-तबाताबाई के मार गिराने का किया दावा, 45 करोड़ का रखा था इनाम तेल अवीव,(ईएमएस)। एक बार फिर इजराइली सेना ने रविवार को बेरुत में एयरस्ट्राइक कर हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता हयथम अली तबाताबाई को मार गिराने का दावा किया है। हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच सीजफायर चल रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इजराइल ने ये हमला क्यों किया? इजराइल ने हमले की वजह बताई। इजराइल के मुताबिक यह हमला शहर के बीचोबीच किया गया, जहां तबाताबाई मौजूद था और संगठन की तैयारी और हथियारों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने उसे हिजबुल्लाह का चीफ ऑफ स्टाफ बताया और कहा क वह रेडवान यूनिट की कमान संभाल रहा था। यह वही यूनिट है जिस पर इजराइल के खिलाफ सीमा पार हमलो की योजना बनाने का आरोप है। इजराइल के पीएम नेतन्याहू के दफ्तर ने कहा कि यह हमला ‘बेरुत के दिल’ में किया गया और निशाने पर सिर्फ तबाताबाई था। बता दें तबाताबाई का जन्म 1968 में बेरुत में हुआ था। उनकी मां दक्षिण लेबनान की थीं और पिता ईरान के। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह 12 साल की उम्र में हिजबुल्लाह से जुड़ गया। 2015 में भी इजराइल ने दक्षिण सीरिया में उस पर हमला किया था, जिसमें जिहाद मुगनिया की मौत हुई थी, जो हिजबुल्लाह कमांडर इमाद मुगनिया का बेटा था, लेकिन इस हमले में तबाताबाई बच निकला था। 2024 के आखिर में हिजबुल्लाह के कई सीनियर नेताओं के मारे जाने के बाद तबाताबाई संगठन में और ऊपर उठ गया। अमेरिका ने 2016 में उसे आतंकवादी घोषित कर दिया था और उनके बारे में जानकारी देने पर 5 मिलियन डॉलर यानी 45 करोड़ रुपए तक का इनाम रखा था। हिजबुल्लाह के अंदर वह दूसरे नंबर पर माना जाता था। उसके ऊपर हिजबुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल नाइम कासेम के बाद सबसे ज्यादा जिम्मेदारी थी। हालांकि हिजबुल्लाह ने हमले की पुष्टि तो की है, लेकिन मारे गए व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। संगठन के अधिकारी महमूद कोमाती ने कहा कि हमला एक अहम व्यक्ति पर किया गया है और यह कदम ‘नई रेड लाइन’ पार करता है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले में पांच लोगों की मौत हुई और 28 घायल हुए हैं। हिजबुल्लाह के सांसद अली अम्मार ने कहा कि हमला सिर्फ आम लोगों के रहने वाले इलाके पर किया गया और यहां किसी सैन्य गतिविधि की मौजूदगी नहीं थी. सिराज/ईएमएसस 24नवंबर25