लखनऊ (ईएमएस)। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सासंद संजय सिंह ने एसआईआर को देश का सबसे बड़ा चुनावी घोटाला बता दिया है। संजय सिंह ने कहा कि यूपी और कई राज्यों में एसआईआर के नाम पर 17 बीएलओ की जान जा चुकी है, जबकि 563 लोगों को नोटिस भेजे गए हैं। 181 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नौकरी खत्म कर दी गई और हजारों परिवार भय और उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि जब चुनाव डेढ़ साल बाद होने हैं तो सरकार को एक ही महीने में पूरा एसआईआर क्यों चाहिए? क्या यह चुनाव सुधार है या विपक्ष और वंचित समाज को वोटर लिस्ट से साफ करने की सुनियोजित साजिश? संजय सिंह ने कहा कि बेरोजगारी, पेपर लीक, सामाजिक न्याय पर सरकार जानबूझकर चुप है और नकली मुद्दों के जरिए जनता को भ्रमित करना चाहती है। आप सांसद ने कहा कि बीजेपी सरकार की तानाशाही और एसआईआर जैसे चुनावी घोटालों के खिलाफ लड़ाई लगातार जारी रहेगी। संसद के शीतकालीन सत्र में आम आदमी पार्टी इसे पूरी ताकत से उठाएगी। संजय सिंह ने कहा कि बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक लाखों वोटर लिस्ट से काटे जा रहे हैं। बिहार में 80 लाख नाम हटाए गए है। एक ही विधानसभा में 50-60 हजार वोट काटे जा रहे हैं। यहां तक कि रिटायर्ड आईएएस विद्यासागर और उनकी पत्नी का नाम भी काट दिया गया है। क्या इसका मतलब है कि वे भी घुसपैठिए हैं? उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त अज्ञानेश कुमार बीजेपी सरकार के एजेंडा को पूरा करने में इतनी तेजी दिखा रहे हैं कि सरकारी कर्मचारी आत्महत्या तक करने लगे हैं। यह प्रशासनिक नहीं, राजनीतिक निर्देश है और इसके लिए चुनाव आयोग सीधा जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 17 बीएलओ की मौत पर मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। जितेन्द्र 25 नवम्बर 2025