मार्च तक हो सकता है अंतिम फैसला दुबई (ईएमएस)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) आने वाले समय में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्लयूटीसी) चक्र में बदलाव करते हुए एक ही मैच की टेस्ट सीरीज रख सकती है। ये बदलाव जुलाई 2027 से शुरू होने वाले डब्लयूटीसी चक्र से अमल में लाया जा सकता है। अभी तक कम से कम 2 मैचों की सीरीज डब्लयूटीसी के तहत खेली जाती थी। एक मैच की सीरीज का फायदा यह होगा कि टेस्ट मैच को उन टूर में जोड़ा जा सकता है, जिनमें हाल के दिनों में आर्थिक कारणों से सिर्फ सफेद गेंद वाले मैच ही हुए होंगे। आईसीसी न्यूजीलैंड के पूर्व बैटर रोजर ट्वोस की अगवाई में एक ग्रुप के जरिए डब्लयूटीसी को नए सिरे से शुरू करने पर विचार कर रही है। इसे डब्लयूटीसी सहित इंटरनेशनल कैलेंडर के भविष्य की मैपिंग कहा जा रहा है, जो अपने चौथे चक्र में है। ट्वोस के ग्रुप ने इस महीने की शुरुआत में दुबई में आईसीसी बैठक में भी भाग लिया था और इसपर बात की थी। इस मामले में अंतिम फैसला मार्च तक आ सकता है। अब तक डब्लयूटीसी चैंपियनशिप में एक ही लीग में नौ टीमें भाग ले रही हैं। हर टीम छह सीरीज खेलती है और कम से कम 12 मैच एक चक्र में खेलने होते हैं। अंक तालिका को को मैच जीतने के प्रतिशत के हिसाब से तैयार किया जाता है। वहीं इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ( ईसीबी) के चेयरमैन रिचर्ड थॉम्पसन ने इस साल की शुरुआत में बताया था कि “यह पूरी तरह से साफ है कि वर्तमान ढांचा उस तरह से काम नहीं करता जैसा उसे करना चाहिए और हमें एक नया तरीका तलाशना चाहिये।” गौरतलब है कि डब्लयूटीसी चैंपियनशिप में टू-टियर सिस्टम लागू करने की भी चर्चा चल रही है। ये चर्चा काफी सालों से है, लेकिन इस पर अभी के लिए बात आगे बढ़ती नजर नहीं आ रही है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इससे छोटे देशों के नुकसान होगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को बड़ा पैसा प्रसारण करार से आता है, लेकिन टू-टियर सिस्टम में अगर रेलीगेट ये टीम कैसे भी होती हैं तो फिर उनको नुकसान होगा। हालांकि, अब लग रहा है कि आयरलैंड, अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे को जोड़कर डब्लयूटीसी को 12 टीमों के साथ शुरू किया जा सकता है। गिरजा/ईएमएस 27 नवंबर 2025