अलास्का(ईएमएस)। अमेरिका के अलास्का राज्य में गुरुवार सुबह एक बार फिर धरती डोल उठी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर 6.0 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 8:11 बजे दर्ज किया गया। इसका केंद्र सुसीटना शहर से पश्चिम-उत्तर में मात्र 12 किलोमीटर दूर था, जबकि राज्य की सबसे बड़ी आबादी वाले शहर एनकोरेज से करीब 108 किलोमीटर दूर। भूकंप की गहराई 69 किलोमीटर होने से सतह पर नुकसान सीमित रहा। एनकोरेज महानगरीय क्षेत्र में लोग अचानक झटकों से सहम गए। घरों में सामान गिरा, झूमर हिले और कई लोग सड़कों पर निकल आए। सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों ने वीडियो शेयर किए जिनमें भूकंप के दौरान कुर्सियां-टेबल हिलते दिख रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि यह दक्षिण-मध्य अलास्का में 2021 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप है। फिलहाल किसी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है। अमेरिकी सुनामी चेतावनी केंद्र ने स्पष्ट किया कि इस भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने भी अलास्का तट और ब्रिटिश कोलंबिया के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप की गहराई अधिक होने से समुद्र तल पर बड़ा विस्थापन नहीं हुआ, इसलिए सुनामी की आशंका नहीं बनी। अलास्का दुनिया के सबसे भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में से एक है। यहां हर साल औसतन एक 7.0 या उससे अधिक तीव्रता का भूकंप आता है और हजारों छोटे-बड़े झटके दर्ज होते हैं। इसका कारण प्रशांत और उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेटों के बीच की सक्रिय सीमा है। अलास्का की 90 प्रतिशत से अधिक भूकंपीय ऊर्जा यहीं से निकलती है। 1964 में यहां 9.2 तीव्रता का महाभूकंप आया था, जो दर्ज इतिहास का दूसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप था। भूकंप क्यों आते हैं? धरती सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों में बंटी हुई है, जो लगातार धीरे-धीरे खिसकती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती, रगड़ती या अलग होती हैं, तो ऊर्जा जमा होती है। एक सीमा तक पहुंचने पर यह ऊर्जा अचानक रिहा होती है और भूकंप के रूप में बाहर निकलती है। अलास्का में फॉल्ट लाइनों की अधिकता और प्लेटों की तेज गति इसे भूकंप का हॉटस्पॉट बनाती है। हालांकि ताजा का झटका मजबूत था, लेकिन अलास्का के लोग ऐसे झटकों के आदी हैं। स्कूलों-ऑफिसों में नियमित ड्रिल होती है और इमारतें भूकंप-रोधी बनाई जाती हैं। अधिकारियों ने लोगों से शांत रहने और तैयार रहने की अपील की है। वीरेंद्र/ईएमएस/28नवंबर2025