मेहसाणा (ईएमएस)| राज्य में चल रही मतदाता सूची की स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (एसआईआर) कार्यवाही के दौरान शिक्षकों पर काम का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच महेसाणा जिले के सतलासणा तालुका के सुदासणा गाँव से एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के रूप में कार्यरत 50 वर्षीय मुख्य शिक्षक दिनेश रावळ की हृदयाघात से मृत्यु हो गई। यह राज्य में एसआईआर कार्य के दौरान हुई पाँचवीं मौत है, जिससे शिक्षकों में काम के तनाव और तकनीकी समस्याओं को लेकर चिंता और गहरी हो गई है। दिवंगत दिनेश रावल, जो सुदासणा कन्या शाला के आचार्य भी थे, पिछले दो-तीन दिनों से रातभर जाग कर एसआईआर का कार्य कर रहे थे। एसआईआर ऐप और सर्वर दिन में ठीक से काम नहीं करते थे, जिसके कारण उन्हें रात के 2-3 बजे उठकर फॉर्म अपलोड करने पड़ते थे। 27 नवंबर की रात भी वे लगभग 2 बजे उठकर काम कर रहे थे, तभी अचानक उन्हें तेज़ सीने में दर्द हुआ। परिजनों ने तत्काल उन्हें वडनगर सिविल अस्पताल पहुँचाया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। अस्पताल पहुँचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से सुदासणा गाँव सहित पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त है। सुदासणा पगार केंद्र शाला के आचार्य बाइट गोविंदसिंह बारड़ ने बताया कि “शिक्षकों पर तनाव इसलिए था कि बहुत कम समय में लक्ष्य पूरा करना था। ऊपर से सर्वर ठीक से काम नहीं करता। फॉर्म अपलोड करने होते हैं, लेकिन सर्वर जवाब नहीं देता, इसलिए रात के दो-तीन बजे तक काम करना पड़ता है। काम पूरा करने का दबाव अलग रहता है।” उनके अनुसार एसआईआर कार्य की अनियोजित और बढ़ी हुई मांग तथा तकनीकी खामियों के कारण शिक्षकों पर अतिरिक्त तनाव बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि दिनेशभाई का काम अच्छा था और उन्होंने लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूरा भी कर लिया था। यह घटना गुजरात में एसआईआर कार्यवाही के दौरान हुई पाँचवीं मृत्यु है। सतीश/28 नवंबर