-वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज में मुस्लिमों के लिए आरक्षण रहेगा जारी? जम्मू,(ईएमएस)। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधीन आने वाले मेडिकल कॉलेज को लेकर जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने राजौरी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीट की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थियों को उनके धर्म के लिए सजा नहीं दी जा सकती। न तो कानून और न ही संविधान इसकी अनुमति देता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई संस्था धर्म के आधार पर सीट आरक्षण चाहती है तो उसे पहले सरकारी अनुदान लेना बंद करना होगा। इसके साथ ही उसे दी गई जमीन की कीमत का भी भुगतान करना होगा। फिर वह अपने कानून में बदलाव कर अपनी मर्जी से दाखिले कर सकते हैं। इस पर माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के संयोजक सेवानिवृत्त कर्नल सुखबीर सिंह मनकोटिया ने कहा कि उमर अब्दुल्ला आंदोलन को धार्मिक रंग दे रहे हैं। हम कभी किसी विद्यार्थी के विरोधी नहीं रहे हैं लेकिन माता वैष्णो देवी के चढ़ावे को लेकर तो पहले से तय है कि भक्तों द्वारा चढ़ाए गए धन का इस्तेमाल केवल मंदिर से जुडें आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और परोपकारी उद्देश्यों के अनुरूप होना चाहिए। मनकोटिया ने कहा कि श्राइन बोर्ड के मामले में सीएम उमर को बोलने की जरूरत नहीं। उनके पास कोई ठोस समाधान हो तो बात करें। लोगों की भावनाओं से खेलना बंद करें। इस मेडिकल कालेज को सरकार से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। जमीन उमर अब्दुल्ला की नहीं है। सनातन धर्म सभा के प्रदेशाध्यक्ष ने सीएम अब्दुल्ला के बयान पर कहा कि उमर अब्दुल्ला मामले को धार्मिक रंग न दें। हम अपने धार्मिक स्थल की और उसके द्वारा खर्च किए जा रहे पैसे को हिंदुओं पर खर्च करने की बात कर रहे हैं। जो सुझाव उमर अब्दुल्ला हमें दे रहे हैं। उन पर खुद अमल करें और अपने पैसे का जो चाहे करें, जिसे मर्जी दाखिला दें। सीएम एक बहुत ही असंवेदनशील व्यक्ति के रूप में व्यवहार कर रहे हैं जो उन्हें शोभा नहीं देता। सरकार किसी शिक्षा संस्थान को आर्थिक मदद देकर उसकी पहचान व चरित्र नहीं बदल सकती। माता देवी यूनिवर्सिटी व मेडिकल कालेज से हिंदुओं की भावनाएं जुड़ी हैं। बतौर सीएम उन्हें कोई ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जिससे हिंदुओं की भावनाओं का भी सम्मान हो और मुस्लिम छात्रों का भविष्य भी सुरक्षित रहे। सिराज/ईएमएस 03दिसंबर25