- विवादित बयान हो रहा वायरल - वोटर लिस्ट में नाम नहीं तो बंद होगा राशन-पानी सागर (ईएमएस)। सागर में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री गोविंद राजपूत का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मंत्री ने कहा कि मतदाता सूची में जिनके नाम नहीं जुड़वाए जाएंगे, उन्हें राशन सहित सरकारी सुविधाएं मिलना बंद हो जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि इस बार मतदाता सूची में नाम जोडऩे की प्रक्रिया अलग तरीके से की जा रही है, इसलिए सभी लोग इसका विशेष ध्यान रखें। मंत्री गोविंद राजपूत सुरखी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने यह बयान दिया। उनके इस बयान को लेकर अब सोशल मीडिया में चर्चा तेज हो गई है। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि अभी गांव में मतदाता सूची में नाम जुडऩे का काम चल रहा है। सभी से अनुरोध है कि वोटर लिस्ट में नाम जरूर जुड़वा लें। कोई कि मतदाता सूची में इस पर नाम अलग प्रकार से जुड़ रहा है। अगर नहीं जुड़वाओगे तो आपको राशन, आधार कार्ड और अन्य सुविधाएं मिलना बंद हो जाएंगी। 5-6 दिन का समय है। आगे मंत्री ने कहा कि समय निकालकर अपना नाम जरूर जुड़वा लेना। हमारा भी नाम जुड़ रहा था, हमने अपना फॉर्म जमा कर दिया हैं। मंत्री का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा बना हुआ है, क्योंकि एसआईआर के जरिए मतदाता सूची को अद्यतन, सटीक और पारदर्शी बनाना है। इस अभियान में सभी योग्य वोटर्स को लिस्ट में शामिल किया जाएगा। क्या सच में कट जाएगा राशन? मंत्री के बयान के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, जबकि विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा कोई नियम नहीं है कि वोटर लिस्ट में नाम न होने पर राशन कार्ड या सरकारी लाभ बंद कर दिए जाएंगे। चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया का उद्देश्य केवल मतदाता सूची को सुधारना, अपडेट करना और गलत प्रविष्टियों को हटाना होता है। इसका राशन कार्ड या अन्य सरकारी योजनाओं से कोई सीधा संबंध नहीं है। हालांकि, यह वीडियो 3-4 दिन पुराना है। जो कि अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इधर, सागर में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी एसआइआर में मतदाता सूची सटीक बनाने लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि हर पात्र मतदाता का नाम सूची में शामिल हो सके। जिले में दैनिक प्रगति दर्ज की जा रही है, बूथ लेवल अधिकारी घर-घर जाकर मतदाता गणना प्रपत्र का वितरण कर रहे हैं। मतदाताओं की फॉर्म भरवाने में मदद भी कर रहे हैं। आयोग के अधिकारी बन गए: कटारे बयान सामने आने के बाद विपक्ष ने भी सरकार पर हमला बोल दिया और आरोप लगाया कि मतदाता सूची को हथियार बनाकर लोगों को डराया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी मंत्री के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। वहीं उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बयान पर करारा प्रहार किया हैं। उन्होंने कहा कि नेतागिरी छोडक़र क्या चुनाव आयोग के अधिकारी हो गए हैं? जो इस तरह के बयान दे रहे हैं। किसका नाम जुड़ेगा किसका नहीं जुड़ेगा इससे गोविंद सिंह से क्या लेना देना? कटारे ने आगे कहा कि हम पहले दिन से कह रहे हैं कि भाजपा के लोग एसआईआर को प्रभावित कर रहे हैं। मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि अगर कोई धाराएं होती हो तो मंत्री के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने मंत्री गोविंद सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मंत्री खुद एसआईआर पर सवाल खड़े कर रहे हैं। क्या राशन-पानी के साथ जनता की नागरिकता भी जाएगी मंत्री जी?