राष्ट्रीय
05-Dec-2025
...


नई दिल्ली (ईएमएस)। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन लंबे समय तक नियंत्रित न हो तो दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी खराब होने या आंखों की रोशनी प्रभावित होने का खतरा भी बढ़ जाता है। दवाइयों के साथ-साथ कुछ प्राकृतिक उपाय, विशेष रूप से योग, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में बेहद प्रभावी भूमिका निभाते हैं। सिर्फ 10 मिनट रोजाना योग करने से शरीर को गहरा आराम मिलता है, मन शांत होता है और ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे सामान्य होने लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार कई ऐसे योगासन हैं जो न सिर्फ तनाव दूर करते हैं बल्कि शरीर में रक्त संचार को भी बेहतर बनाते हैं। पहला योगासन है बालासन, जिसे हाई बीपी के मरीजों के लिए बेहद लाभदायक बताया गया है। जमीन पर घुटनों के बल बैठकर आगे झुकते ही दिमाग और नर्वस सिस्टम पर शांत प्रभाव पड़ता है, गर्दन-कंधों का तनाव कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होकर BP घटने लगता है। दूसरा है सुखासन, जो अक्सर मेडिटेशन के दौरान किया जाता है। यह मन को शांत करता है, तनाव कम करता है और सांसों को नियमित कर मानसिक संतुलन बनाए रखता है। मानसिक स्थिरता ब्लड प्रेशर नियंत्रण में बेहद महत्वपूर्ण है। शवासन तीसरा आसन है, जिसे सबसे प्रभावी माना जाता है। यह पूरे शरीर को डीप रिलैक्सेशन देता है, थकान, माइग्रेन, अनिद्रा, चिंता और तनाव को काफी हद तक कम करता है। इन कारकों के नियंत्रित होने पर बीपी अपने-आप संतुलित होने लगता है। चौथा आसन भुजंगासन है, जो शरीर में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और सीने के क्षेत्र को फैलाकर दिल के स्वास्थ्य में सुधार लाता है। वहीं, सेतुबंधासन दिमाग को शांत करने, फेफड़ों और पाचन अंगों को मजबूत बनाने और तनाव खत्म करने के लिए जाना जाता है। यह हल्के डिप्रेशन और थकान में भी राहत देता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में मदद मिलती है। हालांकि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि यदि किसी को हाई बीपी की समस्या लंबे समय से है या वह दवाइयां ले रहा है, तो योग शुरू करने से पहले डॉक्टर या प्रशिक्षित योग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए। सुदामा/ईएमएस 05 दिसंबर 2025