नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत और रूस के रिश्तों में एक नया और आत्मीय अध्याय जुड़ गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे। यहां प्रोटोकॉल तोड़कर और बेहद गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने डिनर में राष्ट्रपति पुतिन को रूसी भाषा में लिखी ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ की एक प्रति भेंट की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का अपने आधिकारिक आवास पर स्वागत किया। यहीं पर दोनों नेताओं ने अनौपचारिक डिनर किया। इसी दौरान पीएम मोदी ने पुतिन को गीता भेंट की। पीएम मोदी ने एक्स पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा- राष्ट्रपति पुतिन को रूसी भाषा में श्रीमद्भगवद्गीता की एक प्रति भेंट की। गीता की शिक्षाएं दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं। तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि पुतिन इस तोहफे को पाकर बेहद खुश हैं। यह दृश्य बताता है कि दोनों नेताओं के बीच संबंध केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत और सांस्कृतिक स्तर पर भी कितने गहरे हैं। गीता का रूसी अनुवाद भेंट करना यह दर्शाता है कि भाषा की दीवारें ज्ञान और आध्यात्म के आदान-प्रदान में बाधा नहीं बन सकती हैं। रूसी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पीएम आवास को विशेष रूप से सजाया गया था। 7 लोक कल्याण मार्ग भारत और रूस के झंडों से पटा था। इसके साथ ही खास लाइटिंग की गई थी, जो शाम के वक्त अद्भुत छटा बिखेर रही थी। एयरपोर्ट पर भी स्वागत समारोह के तहत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। दोनों नेताओं ने वहां रुककर कलाकारों की प्रस्तुति देखी और तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। शुक्रवार को 23वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन है, जो दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने के मौके पर हो रहा है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जियो-पॉलिटिकल हालात बहुत नाजुक हैं और अमेरिका की तरफ से टैरिफ को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। इस समिट में ट्रेड और एनर्जी पार्टनरशिप पर विस्तार से चर्चा होगी। साथ ही रक्षा सहयोग को और मजबूत करने पर भी फोकस रहेगा। उम्मीद की जा रही है कि बातचीत के बाद एक संयुक्त बयान जारी होगा और कई अहम द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। सिराज/ईएमएस 05दिसंबर25