अंतर्राष्ट्रीय
05-Dec-2025


-चीन बोला- रूस मजबूत शक्ति, प्रतिबंधों के कारण पीछे नहीं हटेगा बीजिंग,(ईएमएस)। इस समय दुनिया दो धुरी में बंट गई है। एक तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं और दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। जहां अमेरिका की टैरिफ नीति के दबाव में या फिर रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों का एक ग्रुप बन गया है, वहीं रूस का साथ देने वाले देशों में मुख्य रूप से चीन और भारत खड़े हैं। एशिया से रूस को समर्थन मिल रहा है और ये बात पश्चिमी देशों को हजम नहीं हो रही है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन दो दिन की यात्रा पर भारत में हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान में रात्रिभोज रखा था। पुतिन पूरे 5 साल बाद भारत आए हैं, वे आखिरी बार 6 दिसंबर 2021 को भारत आए थे। इस बार की यात्रा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने के मौके पर हो रही है। इस पर पूरी दुनिया की नजर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेता रक्षा सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार बढ़ाने और नई उभरती तकनीकों में साझेदारी जैसे सभी अहम मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं। इसके साथ ही वे यूरो-एशिया और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र से जुड़े वैश्विक और क्षेत्रीय हालात पर भी विचार-विमर्श करेंगे। दोनों देश 10 सरकारी समझौतों और 15 से ज़्यादा व्यावसायिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर करेंगे। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूरोपीय आयोग रूसी फंड्स के इस्तेमाल पर नए प्रस्ताव ला रहा है। ऐसे में पुतिन की ये यात्रा पश्चिमी देशों को सीधा संदेश है। चीन के विदेश मामलों के विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ली हाईडोंग ने कहा है कि भारत-रूस रिश्ते बेहद रणनीतिक हैं और किसी भी बाहरी दबाव को झेलने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश अपनी स्वतंत्र विदेश नीति और रणनीतिक क्षमता को और बढ़ाना चाहते हैं। प्रोफेसर ली के मुताबिक भारत और रूस का यह सहयोग अमेरिका और यूरोप को दिखाता है कि रूस अभी भी एक मजबूत शक्ति है और पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण अपने हितों से पीछे नहीं हटेगा। भारतीय पीएम के पूर्व सलाहकार सुधींद्र कुलकर्णी की स्पूतनिक से हुई बात का हवाला देते हुए लिखा कि यह यात्रा भारत-रूस रिश्तों की गहराई और मजबूती को दिखाती है और इसका समय भी वैश्विक दबाव के बीच काफी अहम है। वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में भारत के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका भारत पर रूसी तेल खरीदना बंद करने का दबाव बना रहा है और प्रतिबंधों की धमकी भी दे रहा है। सिराज/ईएमएस 05दिसंबर25