05-Dec-2025
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:: द्वारकापुरी में आचार्य वीररत्न सूरीश्वर म.सा. सहित 4 प्रतिमाओं का मुख्य महोत्सव; शुक्रवार को नूतन मुनिराज की बड़ी दीक्षा संपन्न :: इंदौर (ईएमएस)। द्वारकापुरी स्थित शीतलनाथ जैन मंदिर परिसर में आज (शनिवार, 6 दिसंबर) भगवान शंखेश्वर पार्श्वनाथ, नाकोड़ा भैरव देव, भौमियाजी एवं मालवा विभूषण आचार्य वीररत्न सूरीश्वर म.सा. की दिव्य प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य महोत्सव संपन्न होगा। इस महामहोत्सव में तीन प्रमुख जैनाचार्यों सहित 50 से अधिक साधु-साध्वी-भगवंतों की पावन निश्रा रहेगी। :: शुक्रवार को मुनिराज की दीक्षा संपन्न :: प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पूर्व, शुक्रवार को मंदिर परिसर दिनभर जयघोष से गूंजायमान रहा। सुबह जैनाचार्य प. पू. आचार्य श्रीमद विजय पद्मभूषणरत्न सूरीश्वर, आचार्य श्रीमद विजय जिन सुंदर सूरीश्वर और आचार्य श्रीमद विजय धर्मबोधि सूरीश्वर म.सा. के साथ 50 से अधिक साधु-साध्वी-भगवंतों की निश्रा में नूतन मुनिराज कलश पुण्यविजय म.सा. की बड़ी दीक्षा का महोत्सव संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज बंधुओं ने उपस्थित होकर नूतन मुनिराज पर वासक्षेप एवं अक्षत की वर्षा कर उनके सन्यास जीवन के लिए मंगल कामनाएं व्यक्त कीं। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय नाहर, उपाध्यक्ष सुशील कुकड़ा, सचिव चेतन भंडारी एवं अजय जैन ने बताया कि दोपहर 12:39 बजे के अभिजीत मुहूर्त में मंदिर परिसर में गुरु मूर्ति और देव प्रतिष्ठा की शास्त्रोक्त विधियाँ विधिकारक अरविन्द चोरड़िया के निर्देशन में सफलतापूर्वक संपन्न हुईं। शुक्रवार को चारों नूतन प्रतिमाओं के दर्शनार्थ भक्तों का भारी सैलाब उमड़ता रहा। :: आज सुबह 9 बजे मुख्य महोत्सव :: प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य महोत्सव आज शनिवार, 6 दिसंबर को सुबह 6:30 बजे द्वारोदघाटन के साथ प्रारंभ होगा। प. पू. आचार्य श्रीमद विजय पद्मभूषणरत्न सूरीश्वर म.सा. आदि की निश्रा एवं विधिकारक अरविन्द चोरड़िया के निर्देशन में यह प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य महोत्सव सुबह 9 बजे संपन्न होगा। इन चार प्रतिमाओं में से तीन देव प्रतिमाएं हैं और एक प्रतिमा मंदिर के संस्थापक आचार्य वीररत्न सूरीश्वर म.सा. की है, जिनकी प्रतिष्ठा आज होगी। महोत्सव के लाभार्थी परिवारों (राखेचा, तांतेड, सोलंकी, संचेती, सोनी, मेहता आदि) ने आज भी सभी व्यवस्थाएं संभालीं। शुक्रवार शाम को जयपुर के प्रसिद्ध गीतकार राजीव विजयवर्गीय और उनकी टीम ने भक्ति संगीत से हजारों समाज बंधुओं को बांधे रखा। प्रकाश/05 दिसम्बर 2025