लंदन (ईएमएस)। दुनिया भर में 100 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस सूची में जापान सबसे ऊपर है, जहां 1 लाख 23 हजार 330 ऐसे बुजुर्ग हैं, जिन्होंने एक शताब्दी पार कर ली है। यह खुलासा हुआ है वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू की ताज़ा रिपोर्ट में। यह आंकड़ा जापान की उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं, संतुलित जीवनशैली और बुजुर्गों के लिए मजबूत सामाजिक व्यवस्था का परिणाम माना जा रहा है। दूसरे स्थान पर अमेरिका है, जहां 73,629 लोग 100 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। रिपोर्ट के अनुसार चीन तीसरे स्थान पर है और वहां ऐसे लोगों की संख्या 48,566 है। भारत 37,988 बुजुर्गों के साथ चौथे स्थान पर है। यह संख्या बीते वर्षों में तेजी से बढ़ी है और यह इंगित करती है कि स्वास्थ्य सेवाओं, बेहतर इलाज और बदलती जागरूकता की वजह से भारतीयों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी (आयु अपेक्षा) में निरंतर सुधार हुआ है। पांचवें स्थान पर फ्रांस है, जहां 33,220 लोग 100 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। इन पाँच देशों के अलावा इटली, रूस, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, थाईलैंड, कनाडा और दक्षिण कोरिया भी ऐसे देशों में शामिल हैं, जहां 100 साल से ऊपर की आबादी 11,000 से 23,000 के बीच है। वैज्ञानिक बताते हैं कि पिछले 15 वर्षों में दुनिया भर में 100 वर्ष से अधिक उम्र वालों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। वर्ष 2009 में यह संख्या 4 लाख 55 हजार थी, जो बढ़कर 2024 में लगभग 9 लाख 35 हजार तक पहुंच गई। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे जीवन के पीछे बेहतर पब्लिक हेल्थ सिस्टम, आधुनिक दवाएं, वैक्सीन, रोग नियंत्रण उपाय, संतुलित खान-पान, एक्सरसाइज और सोशल कनेक्शन जैसी आदतें बड़ी भूमिका निभाती हैं। जापान को उदाहरण के रूप में पेश किया जाता है, जहां लोग नियमित वॉक, पौष्टिक भोजन, सामाजिक इंटरैक्शन और समय पर मेडिकल चेकअप जैसी चीज़ों का पालन करते हैं। हालांकि, बढ़ती उम्र वाली जनसंख्या हेल्थकेयर सिस्टम, पेंशन प्रबंधन और सामाजिक ढांचे पर दबाव भी बनाती है, लेकिन यह तथ्य भी उजागर करती है कि दुनिया पहले की तुलना में अधिक स्वस्थ और लंबी जीवन वाली होती जा रही है। सुदामा/ईएमएस 06 दिसंबर 2025