इस्लामाबाद,(ईएमएस)। पाकिस्तान के नए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (सीडीएफ) फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने रावलपिंडी स्थित जीएचक्यू में औपचारिक रूप से अपना पद संभाल लिया। समारोह में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पदभार ग्रहण करते ही अपने पहले संबोधन में उन्होंने पड़ोसी देशों, खासकर भारत और अफगानिस्तान को कड़े संदेश दिए। सीडीएफ मुनीर ने समारोह के दौरान सोमवार को कहा, कि पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी प्रकार का समझौता संभव नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में पाकिस्तान पर कोई हमला होता है, तो उसका जवाब पहले से भी ज्यादा तीखा, तेज और प्रभावी होगा। यही नहीं उन्होंने सीधे तौर पर कहा, भारत किसी गलतफहमी में न रहे। खुद पाकिस्तान किसी को भी परखने की अनुमति नहीं देगा। यदि कोई आक्रामक कदम उठाया गया, तो उसका परिणाम तुरंत मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक युद्ध अब परंपरागत सीमाओं से आगे बढ़ चुका है और साइबरस्पेस, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम, स्पेस, इन्फॉर्मेशन वॉरफेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम टेक्नोलॉजी जैसे नए क्षेत्रों में फैल चुका है। ऐसे में पाकिस्तान की सेनाओं को भी समय के साथ खुद को रूपांतरित करने की आवश्यकता है। अपने संबोधन में आसिम मुनीर ने मई में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उस दौरान पाकिस्तान ने भारत को मुंहतोड़ जवाब दिया था। उन्होंने पाकिस्तानी सेना के जवानों और नागरिकों की सहनशीलता तथा धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के सभी वर्गों ने एकजुट होकर चुनौतियों का सामना किया। अफगानिस्तान को लेकर भी फील्ड मार्शल मुनीर ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने अफगान तालिबान को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान तालिबान (टीटीपी) और पाकिस्तान सरकार में से किसी एक को ही चुनना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान की जमीन से सक्रिय आतंकियों को समर्थन मिल रहा है। उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान शांति का समर्थक है, लेकिन अपनी सुरक्षा को लेकर किसी तरह की ढील नहीं बरती जाएगी। मुनीर ने यह भी कहा कि अफगान तालिबान उन समूहों को सहायता दे रहा है जिनका संबंध भारत से भी बताया जाता है। पाकिस्तान लंबे समय से टीटीपी को आतंकवादी संगठन मानता है और उस पर भारत की ओर से समर्थन पाने का आरोप लगाता रहा है। हिदायत/ईएमएस 09दिसंबर25