12-Dec-2025
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-ब्रिटिश नीतियों के खिलाफ दो आंदोलनों की याद में मनाया जाता है नुपी लाल दिवस इंफाल,(ईएमएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को इंफाल में नुपी लाल स्मारक परिसर में 86वें नुपी लाल दिवस के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह दिन ब्रिटिश नीतियों के खिलाफ महिलाओं के नेतृत्व वाले दो आंदोलनों की याद में मनाया जाता है। राष्ट्रपति ने नुपी लाल स्मारक परिसर में पुष्पांजलि अर्पित कर मणिपुर की बहादुर महिला योद्धाओं को भावभीनी श्रद्धांजलि दी, जिनका साहस पीढ़ियों को प्रेरित करता रहता है। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने भी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके साथ ही श्री गोविंदाजी मंदिर में भी प्रार्थना की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने कहा कि यह दिन, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘नुपिलन नुमित’ के नाम से भी जाना जाता है, मणिपुर की महिलाओं के असाधारण साहस, लचीलेपन और देशभक्तिपूर्ण बलिदानों को श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि 1904 और 1939 के नुपी लाल आंदोलन हमारे इतिहास के सुनहरे अध्याय हैं, जहां मणिपुर की महिलाओं ने अन्याय और शोषण के खिलाफ अद्वितीय एकता और भावना के साथ आवाज उठाई। राज्यपाल ने कहा कि नुपी लाल सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि महिलाओं के सामूहिक नेतृत्व और सामाजिक चेतना का एक शक्तिशाली प्रमाण था। मणिपुर की बहादुर माताओं ने अपने दर्द को साहस में बदल दिया, जो एक ऐसे आंदोलन में परिणत हुआ जो पीढ़ियों को प्रेरित करता रहता है। उनके बलिदान हमें याद दिलाते हैं कि किसी भी समाज की प्रगति उसकी महिलाओं का सम्मान करने और उन्हें सशक्त बनाने में निहित है। उन्होंने मणिपुर के लोगों से नुपी लाल की गौरवशाली विरासत को बनाए रखने और एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण समाज के लिए प्रयास जारी रखने का आग्रह किया। राज्यपाल ने कहा कि हमारी बहादुर माताओं की भावना हमें समृद्धि, एकता और प्रगति के भविष्य की ओर मार्गदर्शन करे। बता दें राष्ट्रपति मुर्मू ने गुरुवार को सिटी कन्वेंशन सेंटर में मणिपुर सरकार की ओर से उनके सम्मान में आयोजित एक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित किया था। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोगों ने “दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा” देखी है और केंद्र सरकार उनकी मुश्किलों से पूरी तरह वाकिफ है। सिराज/ईएमएस 12दिसंबर25