12-Dec-2025
...


आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की शाला जर्जर भवन में लगाई जा रही, मलबा और असुरक्षित संचालन मंडला (ईएमएस)। नगर परिषद बम्हनी बंजर के अंतर्गत शीतला माई वार्ड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला इस समय गंभीर अव्यवस्था और खतरे का केंद्र बनी हुई है। स्कूल में कक्षा पहली से पांचवीं तक के 48 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी अनुसार शाला का पुराना भवन अत्यधिक जर्जर होने के कारण नगरपरिषद द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। इसके बाद विभाग ने दो अतिरिक्त कक्षों का निर्माण तो कराया, लेकिन उनमें से एक कक्ष को उपयंत्री द्वारा क्षतिग्रस्त और उपयोग के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया। बताया गया कि स्कूल के पास बच्चों को बैठाने के लिए केवल एक ही सुरक्षित कक्ष शेष बचा है। मजबूरीवश स्कूल प्रबंधन को इसी एकमात्र कक्ष में पांचों कक्षा कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों को एक साथ बैठाकर पढ़ाना पड़ रहा है। शिक्षिकाओं ने बताया कि एक ही कमरे में पाँच कक्षाओं को एक साथ संभालना अत्यंत कठिन है, जिससे बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित हो रही है और वे विषयवस्तु को ठीक से समझ नहीं पा रहे हैं। मलबा बना दुर्घटना का भय बच्चों की सुरक्षा का खतरा परिसर के अंदर भी लगातार बना हुआ है। स्कूल परिसर में पुराने भवन का मलबा आज भी यथावत पड़ा है, जिसे न तो हटाया गया है और न ही जमीन को समतल किया गया है। खेलते-कूदते बच्चों के लिए यह मलबा किसी भी समय बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इससे भी चिंताजनक बात यह है कि जिस अतिरिक्त कक्ष को असुरक्षित घोषित किया गया है, उसकी दीवारें और संरचना किसी भी समय ढहने की स्थिति में दिखती हैं। बच्चों का शौचालय जाने-आने का रास्ता भी उसी असुरक्षित कक्ष के पास से गुजरता है, जिससे बच्चों पर हर पल हादसे की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा स्कूल के सामने स्थित बाउंड्री वॉल भी तोड़ दी गई है, जिससे स्कूल की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। मुख्य दरवाजे के पास का मार्ग भी अव्यवस्थित है, जो नगरपरिषद द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की हकीकत को भी उजागर करता है।