राष्ट्रीय
15-Dec-2025
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दिल्ली ब्लास्ट की जांच में खुलासा, जसीर वानी का है पुलवामा से कनेक्शन फरीदाबाद,(ईएमएस)। हरियाणा के फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में अब एक और खुलासा हुआ है, जिसमें पता चला है कि आतंकियों की कार ब्लास्ट की नहीं बल्कि हवाई हमले की प्लानिंग थी। ड्रोन से यह हमला करने की योजना थी। एनआईए की टीम हाल ही में दिल्ली ब्लास्ट में शामिल कश्मीरी छात्र जसीर बिलाल वानी को अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची और उसे विस्फोटक रखने वाली जगहों ले जाकर निशानदेही करवाई गई। जानकारी के मुताबिक जसीर वानी ने आटा-चक्की से यूरिया को पीसकर, उसमें से अमोनियम नाइट्रेट अलग करने में आतंकी मुजम्मिल की मदद की थी। वानी के साथ एनआईए डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल को भी लेकर आई थी, लेकिन केवल जसीर वानी को गाड़ी से उतारकर निशानदेही कराई। जसीर वानी डॉ. मुजम्मिल के साथ उसके फ्लैट पर भी रुका था। एजेंसी अपने साथ बम निरोधक दस्ते को भी साथ लेकर आई थी। यूनिवर्सिटी परिसर के साथ लगते लगभग दो एकड़ के खेत में बने कमरे की जांच बम निरोधक दस्ता ने की। जानकारी के मुताबिक गांव धौज में एनआईए की टीम जसीर वानी को डॉ. मुजम्मिल के फ्लैट में ले गई औऱ गांव खोरी जमालपुर में पूर्व सरपंच के मकान के मुजम्मिल ने 3 कमरों किराए पर लिए थे, यहां पर भी निशानदेही करवाई गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जसीर वानी पुलवामा का रहने वाला है और अनंतनाग के कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस का सेकेंड ईयर का छात्र है। वह दिल्ली ब्लास्ट में खुद को उड़ाने वाले आतंकी उमर का सबसे ज्यादा करीबी रहा। डॉ शाहीन और मुजम्मिल से वानी की मुलाकात आतंकी उमर ने कराई थी। जसीर वानी से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पहले हवाई हमले की प्लानिंग की गई थी, जिसमें विस्फोटक को भरकर दूर से ही हमले को अंजाम दिया जा सके, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, जिसके बाद उमर ने अपने साथियों के साथ दिल्ली में कई जगहों पर एक साथ हमले की योजना बनाई थी। इसके लिए श्रीनगर में पूरा प्लान तैयार किया था। जहां पर कुछ प्रयोग भी किए गए थे, लेकिन बजट ज्यादा होने के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाया, वानी के पुलवामा स्थित गांव से कुछ दूर ही आतंकी मुजम्मिल का भी गांव है। सिराज/ईएमएस 15दिसंबर25 ---------------------------------