खेल
16-Dec-2025
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मंत्री रहते सरकारी तेल कंपनी को पहुंचाया नुकसान कोलंबो (ईएमएस)। विश्वकप विजेता श्रीलंकाई क्रिेकेट टीम के पूर्व कप्तान और पेट्रोलियम संसाधन विकास मंत्री रहे अर्जुन रणतुंगा की गिरफ्तारी के आदेश जारी हुए हैं। यहां की एक अदालत ने खेल से राजनीति में आये रणतुंगा का नाम भ्रष्टाचार के मामले में आने के कारण ये आदेश दिये हैं। इसी कारण उनके विदेश जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। रणतुंगा पर सरकारी तेल कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं। वहीं रिश्वत और भ्रष्टाचार रोधी जांच एजेंसी ने कहा है कि रणतुंगा को गिरफ्तार कर पेश करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। श्रीलंका की भ्रष्टाचार या रिश्वत के आरोपों की जांच करने वाले आयोग (सीआईएबोक) ने मुख्य मजिस्ट्रेट न्यायालय को बताया कि रणतुंगा के मंत्री रहते सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) में ईंधन खरीद से जुड़े फैसलों के कारण लगभग 800 मिलियन श्रीलंकाई रुपये का कथित नुकसान हुआ। यह नुकसान इसीलिए क्योंकि दीर्घकालिक ईंधन टेंडर रद्द कर महंगे दामों पर स्पॉट टेंडर लागू किए गए। आयोग की ओर से पेश हुईं सहायक निदेशक (कानूनी) अनुषा सम्मंथप्पेरुमा ने अदालत को बताया कि वर्ष 2017–2018 के लिए प्रस्तावित तीन दीर्घकालिक ईंधन आपूर्ति टेंडर रद्द किए गए थे। इसके बाद लिए गए फैसलों के कारण निगम को गंभीर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इसी आधार पर सीपीसी के पूर्व चेयरमैन धम्मिका रणतुंगा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है। एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया गया कि धम्मिका इस मामले में पहले संदिग्ध हैं वहीं अर्जुन रणतुंगा दूसरे संदिग्ध हैं। आयोग ने साफ कर दिया कि दोनों की गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है। पूर्व कप्तान के विदेश में होने के कारण वह सोमवार को अदालत में पेश नहीं हुए थे। जांच एजेंसी ने अदालत से अनुरोध किया कि चल रही जांच को देखते हुए दोने को ही रिमांड पर रखने का आदेश दिया जाए। वहीं अर्जुन रणतुंगा की ओर से पेश हुए प्रेसिडेंट्स काउंसल सालीया पीयरिस ने कहा कि उनके मुवक्किल जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और उन्हें उपयुक्त शर्तों पर जमानत दी जानी चाहिए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मुख्य मजिस्ट्रेट ने धम्मिका रणतुंगा को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। गिरजा/ईएमएस 16 दिसंबर 2025