भोपाल(ईएमएस)। साल के आखिरी दिनों में जब लोग बीते साल की घटनाओं पर नजर डालते हैं, तब रिश्तों और मानसिक स्थिति को लेकर भी कई सवाल सामने आते हैं। इसी को लेकर मनोवैज्ञानिक,मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, ऑथर एवं लेखक डॉ. संदीप गोहे ने लोगों से अपील की है, कि नए साल में कदम रखने से पहले वे अपने रिश्तों और मानसिक शांति पर गंभीरता से विचार करें। डॉ. गोहे के अनुसार उनके पास आने वाले कई लोग यह महसूस करते हैं, कि किसी रिश्ते के कारण उनका आत्मसम्मान, करियर और पारिवारिक संतुलन प्रभावित हुआ है। उनका कहना है कि जब किसी रिश्ते में लगातार डर, अपमान या मानसिक दबाव महसूस होने लगे, तो उसे सामान्य मानकर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे हालात धीरे-धीरे मानसिक थकान और तनाव का कारण बनते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार लोग यह सोचकर चुप रहते हैं, कि समय के साथ सब ठीक हो जाएगा, लेकिन लंबे समय तक चुप्पी व्यक्ति को भीतर से कमजोर कर सकती है। आज के समय में रिश्तों से जुड़ा तनाव सोशल मीडिया, आरोप-प्रत्यारोप और मानसिक दबाव तक पहुंच जाता है, जिससे व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता है। डॉ. गोहे ने लोगों को सलाह दी कि वे नए साल से पहले खुद से ईमानदारी से सवाल करें कि क्या वे सम्मान के साथ जी पा रहे हैं, और क्या वे अपने परिवार व दोस्तों से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जरूरत पड़ने पर मदद लेना कमजोरी नहीं, बल्कि समझदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्यार जीवन का अहम हिस्सा है, लेकिन मानसिक शांति और आत्मसम्मान सबसे ऊपर होना चाहिए। समय रहते रुककर सोचना और सही फैसला लेना ही बेहतर भविष्य की शुरुआत हो सकता है।