ज़रा हटके
17-Dec-2025
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लंदन (ईएमएस)। ब्रिटेन में एक 86 वर्षीय बुजुर्ग को केवल इसलिए भारी जुर्माना भरना पड़ा क्योंकि हवा में उड़कर उनके मुंह में आया एक पत्ता उन्होंने बाहर थूक दिया। इसके बाद बुजुर्ग पर भारी भरकम 250 पाउंड, यानी करीब 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इस घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या कानून लागू करते समय मानवीय संवेदनाओं और विवेक का इस्तेमाल हो रहा है या नहीं। यह मामला इस साल की शुरुआत में लिंकनशायर के स्केगनेस इलाके में साउथ परेड कार पार्क के पास का है। बुजुर्ग रॉय मार्श वहां कुछ देर आराम के लिए रुके थे। इसी दौरान हवा के तेज झोंके के साथ एक बड़ा सरकंडा या पत्ता उड़ता हुआ सीधे उनके मुंह में चला गया। असहज स्थिति में रॉय मार्श ने उसे तुरंत बाहर थूक दिया। जैसे ही वह वहां से जाने लगे, दो काउंसिल इन्फोर्समेंट अधिकारी उनके पास पहुंचे और उन पर सार्वजनिक स्थान पर थूकने का आरोप लगा दिया। रॉय मार्श ने अधिकारियों को समझाने की कोशिश की कि यह जानबूझकर नहीं था और पत्ता अचानक उनके मुंह में आ गया था। बावजूद इसके उनकी बात नहीं सुनी गई। उलटे अधिकारियों ने उन पर नियम तोड़ने का आरोप कायम रखा। बुजुर्ग मार्श ने इसे पूरी तरह अनावश्यक और अपमानजनक बताया। फरवरी में हुई इस घटना के बाद उन पर 250 पाउंड, यानी करीब 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। बाद में अपील के बाद इसे घटाकर 150 पाउंड किया गया, जिसे मजबूरी में उन्हें भरना पड़ा। रॉय मार्श का कहना है कि यह घटना उनके लिए केवल आर्थिक बोझ नहीं थी, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद परेशान करने वाली साबित हुई। उन्होंने बताया कि अब वह घर से बाहर निकलने में भी हिचकिचाते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं फिर किसी छोटी-सी बात पर उन्हें परेशान न किया जाए। उनकी 76 वर्षीय पत्नी ने कहा कि अधिकारियों ने उनके पति पर चिल्लाकर आरोप लगाए। उन्होंने सवाल उठाया कि कितने 86 वर्षीय लोग होते हैं जो जानबूझकर सड़क पर थूकते फिरते हैं। यह मामला सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद तेजी से फैल गया। रॉय मार्श की बेटी जेन फिट्ज़पैट्रिक ने फेसबुक पर पूरी घटना साझा की और बताया कि उनके पिता गंभीर अस्थमा और हृदय रोग से पीड़ित हैं। पोस्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिक्रिया दी और कईयों ने इन्फोर्समेंट अधिकारियों के इसी तरह के व्यवहार के अपने अनुभव साझा किए। मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है। लिंकनशायर काउंटी काउंसिल के पार्षद एड्रियान फाइंडले ने कहा कि उन्हें इस तरह की सख्त और असंवेदनशील कार्रवाई को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। उन्होंने इन्फोर्समेंट अधिकारियों से अपील की कि वे जुर्माना लगाने से पहले विवेक का इस्तेमाल करें और अगर मामला दुर्घटनावश हुआ हो तो लोगों को चेतावनी या सफाई का मौका दें। हालांकि, ईस्ट लिंडसे डिस्ट्रिक्ट काउंसिल ने अपने अधिकारियों का बचाव करते हुए कहा है कि उनकी टीमें केवल उन्हीं लोगों से संपर्क करती हैं, जिन्हें पर्यावरण से जुड़े अपराध करते देखा गया हो। सुदामा/ईएमएस 17 दिसंबर 2025