जयपुर,(ईएमएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालिया हिंसा और हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस संवेदनशील मुद्दे पर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा, कि बांग्लादेश में एक बार फिर भड़की हिंसा और वहां हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमले अत्यंत चिंताजनक और निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में भारत जैसे पड़ोसी और प्रभावशाली देश की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, यह आश्चर्यजनक है कि भारत सरकार इस गंभीर और संवेदनशील मुद्दे पर लंबे समय से मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की चुप्पी से बांग्लादेश में सक्रिय भारत विरोधी और बाहरी ताकतों को बल मिल रहा है, जिससे वहां अल्पसंख्यकों की स्थिति और अधिक असुरक्षित होती जा रही है। गहलोत ने केंद्र सरकार से ‘वेट एंड वॉच’ यानी रुको और देखो की नीति छोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत सरकार कूटनीतिक स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाए और बांग्लादेश सरकार से स्पष्ट रूप से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करे। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय शांति और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए भारत का स्पष्ट और सशक्त रुख जरूरी है। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में पिछले वर्ष जुलाई में हुए विद्रोह के प्रमुख नेताओं में शामिल शरीफ उस्मान हादी की हालिया मौत के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे। इन प्रदर्शनों के दौरान कई स्थानों पर हिंसा की घटनाएं सामने आईं, जिससे पूरे देश में तनावपूर्ण स्थिति बन गई। इन घटनाओं के बीच हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की खबरों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है। हिदायत/ईएमएस 20दिसंबर25