क्वेटा,(ईएमएस)। उत्तर वजीरिस्तान (खैबर पख्तूनख्वा) में हुआ ताजा हमला पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और क्षेत्र में अस्थिरता की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। एक आत्मघाती कार बॉम्बर और तीन बंदूकधारियों ने सैन्य चौकी को निशाना बनाया। इस हमले में 4 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई और 15 नागरिक (महिलाएं और बच्चे) घायल हुए। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि पास की मस्जिद और कई घर ढह गए। सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया। हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने सीधे तौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तान का मानना है कि इस हमले की साजिश और निर्देशन अफगानिस्तान की जमीन से हुआ है। अफगानिस्तान हमेशा की तरह इस बात से इंकार करता रहा है कि उसकी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए हो रहा है। यह दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी को और गहरा करता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अफगान उप-मिशन प्रमुख को तलब कर कड़ा विरोध जताया है। पाकिस्तान ने निर्णायक कार्रवाई और सत्यापन योग्य कदम उठाने की मांग की है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध इस समय काफी नाजुक दौर में हैं। अक्टूबर में हुई सीमा झड़पें और नवंबर में तुर्की में विफल रही बातचीत यह बताती है कि कतर जैसे देशों की मध्यस्थता के बावजूद धरातल पर शांति स्थापित करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। आशीष दुबे / 20 दिसंबर 2025