राष्ट्रीय
22-Dec-2025
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-लोग उठा रहे सवाल आखिर कब और कैसे रुकेंगे ये जंगली जानवरों के हमले? बहराइच,(ईएमएस)। अचानक रात करीब चार बजे एक घर से रोने की आवाज आने लगी, जिसकी वजह से पास पड़ोस के लोग जाग गए और हाथों में लाठी डंडे लेकर खेतों की तरफ जाने लगे। कुछ देर बाद एक शख्स ने बताया कि राम मनोहर का तीन साल के बेटा अंशु जो अपनी मां के साथ सो रहा था उसे कोई जंगली जानवर उठा ले गया, जिसे देख अंशू कि मां उसके पीछे दौड़ी और शोर मचाने लगी। परिजनों के साथ पास पड़ोस के लोग भी दौड़ जंगल की तरफ दौड़ पड़े और बच्चे की तलाश करने लगे। चार घंटे बीत जाने के बाद भी बच्चे का कोई पता नहीं चल सका। दिल दहला देने वाली ये घटना यूपी के बहराइच जिले के थाना फखरपुर इलाके के रसूलपुर गांव की है। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई और बच्चे की तलाश शुरू कर दी, लेकिन अब तक बच्चे का कोई पता नहीं चल सका, जिस जगह से आज एक बच्चे को जंगली जानवर घर से उठा ले गया है, इसी थाना क्षेत्र फखरपुर से मिला हुआ कैसरगंज का इलाका है और उस इलाके में आदमखोर भेड़ियों ने बीते चार महीने से आतंक मचा रखा है, जिसमें अब तक नौ मासूम बच्चों सहित 11 लोगों की जान जा चुकी है और करीब तीन दर्जन लोगों घायल भी हो चुके हैं। वहीं अब तक छह आदमखोर भेड़ियों को वन विभाग की टीम ने मार गिराया है। माना जा रहा है कि कहीं उन भेड़ियों में कोई बचा हुआ भेड़िया तो नहीं है, जिसने आज इस घटना को अंजाम दिया है, लेकिन अभी ये साफ नहीं हो सका है कि तीन साल के मासूम अंशू को कौन सा जंगली जानवर घर से उठा ले गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि बहराइच जिले की कैसरगंज तहसील के इलाको में रुक-रुककर हो रहे जंगली जानवरों के हमले ने फिर एक बार इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है। लोग अब ये सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब और कैसे रुकेंगे ये जंगली जानवरों के हमले? या फिर ऐसे ही ग्रामीण अपने मासूम बच्चों की जान गंवाते रहेंगे, आखिर कब इस इलाके के लोग अपने परिवार के साथ चैन की नींद सो सकेंगे, इसका जवाब तो अब वन विभाग को देना है। इस मामले में इलाके के रेंजर ने पीड़ित परिवार को जिम्मेदार ठहरा दिया और कहा के घर का दरवाजा नहीं बंद करते है सवाल ये है कि जब ग्रामीणों के घर फूस के है तो वह पूरी तरह से सेफ नहीं होते। सिराज/ईएमएस 22दिसंबर25