पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने कबूला ऑपरेशन सिंदूर का सच इस्लामाबाद (ईएमएस)। पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भारत के साथ हुए सैन्य संघर्ष में अल्लाह की मदद मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि हमने इस बात को खुद महसूस किया, जिसकी वजह से हालात पूरी तरह बिगड़ने से बच गए। मुनीर ने यह बयान इस्लामाबाद में हुई नेशनल उलेमा कॉन्फ्रेंस में दिया। उनके भाषण के वीडियो क्लिप लोकल टीवी चैनलों पर दिखाए गए। भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच चार दिन तक भारी गोलीबारी और सैन्य टकराव हुआ, जो 10 मई को समझौते के बाद रुका। संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह कर दिए थे। अपने भाषण में मुल्ला मुनीर ने धार्मिक बातों पर जोर देकर पाकिस्तान की तुलना 1400 साल पहले पैगंबर मोहम्मद द्वारा स्थापित इस्लामी राज्य से की। उन्होंने कुरान की आयतें पढ़ीं और कहा कि इस्लामी दुनिया में पाकिस्तान को खास दर्जा मिला है। मुल्ला मुनीर ने कहा कि दुनिया में 57 इस्लामी देश हैं, लेकिन अल्लाह ने पाकिस्तान को हरमैन शरीफैन यानी मक्का और मदीना की हिफाजत का सम्मान दिया है। मुनीर का आरोप है कि पाकिस्तान में घुसपैठ करने वाले टीटीपी के आतंकियों में करीब 70 प्रतिशत अफगान हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या पाक नागरिकों के खून के लिए अफगानिस्तान जिम्मेदार नहीं है। मुनीर ने कहा कि किसी इस्लामी देश में जिहाद का ऐलान करने का अधिकार सिर्फ उस देश को होता है। बिना सरकार की इजाजत कोई फतवा जारी नहीं कर सकता। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की ज्यादातर आंतरिक समस्याओं के लिए अफगानिस्तान से आए हुए लोग जिम्मेदार हैं। आशीष दुबे / 22 दिसंबर 2025