मस्कट (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में खाड़ी के एक मुस्लिम देश ओमान गए थे, जहां हिंदू धर्म ओमान का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। इसका पालन इसकी 5.5 प्रतिशत आबादी करती है। सदियों से, मस्कट विभिन्न व्यापारों में लगे हिंदू कारोबारियों को आकर्षित करता रहा है, जिसमें मोती और अनाज शामिल हैं। हिंदू धर्म सर्वप्रथम 1507 में ओमान पहुंचा, जब गुजरात के कच्छ इलाके के हिंदू मस्कट पहुंचे। इसके बाद से ओमान में भारतीयों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ। आज ओमान में भारतीय अच्छे पदों पर हैं और ओमान की अर्थव्यवस्था को ताकत दे रहे हैं। गल्फ में ओमान वैसे भी भारत का सालों से भरोसेमंद साथी रहा है। इसी ओमान में खाड़ी के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक मोतीश्वर मंदिर है। रिपोर्ट के अनुसार, 19वीं शताब्दी के आरंभ में ओमान में करीब 4,000 हिंदू थे। 1895 में, मस्कट में हिंदुओं की आबादी पर इबादियों ने हमला किया और 1900 तक हिंदुओं की संख्या घटकर 300 रह गई। ओमान की स्वतंत्रता के समय, केवल कुछ दर्जन हिंदू ही बचे थे। अल-वालजात और अल-बन्यान के ऐतिहासिक इलाके अब हिंदुओं के कब्जे में नहीं हैं। ओमान मध्य पूर्व का एकमात्र देश है जहां स्वदेशी हिंदू आबादी है। ओमान में इसतरह कम से कम 1,000 हिंदू हैं जिनके पास ओमानी नागरिकता है। अमेरिकी जांच एजेंसी अनुसार, ओमान में 259,780 हिंदू हैं, जो वहां की जनसंख्या का 5.5 प्रतिशत हैं। ओमान की कुल आबादी करीब 55 लाख है। 85 से 95 फीसदी आबादी मुसलमान है, जिसमें अधिकतर सुन्नी मुस्लिम हैं। ओमान में दो आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त हिंदू मंदिर हैं। मस्कट में मोतीश्वर मंदिर। यह एक शिव मंदिर है, जो मध्य पूर्व क्षेत्र के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक है। दूसरा कृष्ण मंदिर मौजूद है, जो मस्कट में भी स्थित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 फरवरी 2018 को ओमान की राजकीय यात्रा के दौरान मंदिर का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने मंदिर में अभिषेक किया आौर मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों से बातचीत की थी। मोतीश्वर मंदिर, ओमान के पुराने मस्कट के मुत्तराह क्षेत्र में अल आलम महल के पास स्थित एक शिव मंदिर परिसर है। इस मंदिर में वसंत पंचमी, रामनवमी, हनुमान जयंती, श्रावण और गणेश चतुर्थी जैसे कई हिंदू त्यौहार मनाए जाते हैं। महाशिवरात्रि के दौरान 20,000 से अधिक हिंदू मंदिर में दर्शन करने आते हैं। इस परिसर में तीन मंदिर हैं, श्री आदि मोतीश्वर महादेव मंदिर, श्री मोतीश्वर महादेव मंदिर और श्री हनुमानजी मंदिर। हालांकि, मस्कट एक रेगिस्तान है, मगर मंदिर के कुएं में साल भर पानी रहता है। मंदिर में तीन पुजारी, तीन सहायक कर्मचारी और चार प्रशासनिक कर्मचारी हैं। साथ ही बड़ी संख्या में स्वयंसेवक भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1909 में ओमान के थट्टा के भाटिया (सिंध, पाकिस्तान) समुदाय द्वारा किया गया था। सिंध, पाकिस्तान से भाटिया समुदाय सबसे पहले 1507 में मस्कट में आकर बसा था। वहीं, गल्फ न्यूज के अनुसार, इसका निर्माण 125 वर्ष पूर्व गुजरात के व्यापारी समुदाय द्वारा कराया गया था और बाद में 1999 में इसका जीर्णोद्धार किया गया। आशीष/ईएमएस 23 दिसंबर 2025