क्षेत्रीय
23-Dec-2025
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करोड़ो रुपये के एमडी ड्रग्स, ओजी गांजा, चरस, स्मैक जैसे नशीले पदार्थ जप्त भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच ने साल 2025 में नशे के सौदागरो के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाहियां की। क्राइम ब्रांच ने साल भर अभियान चलाते हुए जनवरी से दिसंबर 2025 के बीच 125 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार कर एमडी ड्रग्स, ओजी गांजा, चरस, स्मैक जैसे करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ भी जब्त किए। ये नशे खासतौर पर क्लब पार्टियों के जरिए युवाओं तक पहुंचाए जा रहे थे। इसके साथ ही कार्रवाई के दौरान राजधानी के साथ ही अंर्तराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले नशे के नेटवर्क का भी राजफाश किया। क्राइम ब्रांच की कार्यवाही के साथ ही राजधानी के जगदीशपुर में विशाल ड्रग फैक्ट्री का भांडाफोड़ हुआ था। इस फैक्ट्री से करोड़ों रुपये की एमडी और मेफेड्रोन जैसी ड्रग्स बनाने का रॉ मटेरियल बरामद हुआ था। यह कार्रवाई डीआरआई द्वारा की गई थी। इधर क्राइम ब्रांच ने शहर के कई इलाको, पब, क्लब, होटल, ढाबों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों को लगातार अपने राडार पर रखते हुए तकनीकी सर्विलांस, मोबाइल ट्रैकिंग और मुखबिरो की मदद से कई बड़े सौदों का खुलासा किया। साल के भीतर कई ऐसे हाईप्रोफाइल तस्कर भी शिकंजे में आए, जिनका नेटवर्क दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित अन्य राज्यों तक फैला हुआ था। - यह रही बड़ी कार्यवाहियां * पब की आड़ में हाईप्रोफाइल युवतियों को बनाया जा रहा था ड्रग्स का शिकार यासीन मछली और उसका चाचा शाहवर भोपाल में एमडी ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क संचालित कर रहे थे। यासीन मछली डीजे बजाने की आड़ में पबों में ड्रग्स का धंधा चला रहा था। पब में पार्टियों में आने वाले युवकों, खासकर हाईप्रोफाइल युवतियों को वेट लॉस करने के नाम पर फ्री में नशा देकर उसका आदी बनाया जाता था। बाद में नशे के बदले या फिर बेहोशी की हालत में इन युवतियों के साथ दुष्कर्म करता था। यासीन के मोबाइल में मिले वीडियो में इसके सबूत भी पुलिस को मिले हैं। यासीन मुंबई ही नहीं, राजस्थान और पंजाब से भी चरस और एमडी ड्रग्स भोपाल लाकर हाईप्रोफाइल पार्टियों में खपाता था। यासीन को पूर्व में पकड़ाए आरोपी सैफुद्दीन (28) और आशू उर्फ शाहरूख (28) की निशानदेही पर पकड़ा गया था। याासीन मछली के साथ पुलिस ने अंशुल, बेंचामत (नाइजीरियन), ओविन्ना (नाइजीरियन), अमन, लारिब उर्फ बच्चा, शाकिर और सनब्बर को गिरफ्तार किया गया था, इस नेटवर्क के कई तस्कर अभी भी फरार है। * डीआरआई ने रेलवे स्टेशन से करोड़ों की हाइड्रोपोनिक वीड पकड़ा डायरेक्टरेट ऑफरेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने ऑपरेशन वीड आउट के तहत भोपाल रेलवे स्टेशन से 24.186 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक गांजा बरामद किया था। यह गांजा बेंगलुरु से दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के जरिए भेजा जा रहा था। बेंगलुरु और भोपाल जंक्शन पर की गई अलग-अलग कार्रवाइयों में कुल 72.024 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक गांजा जब्त किया गया है, जिसकी बाजार कीमत करीब 72 करोड़ रुपये आंकी गई। मामले में पांच यात्रियों समेत मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया था। * 92 करोड़ की एमडी ड्रग फैक्ट्री का भांडाफोड़ डीआरआई ने ऑपरेशन क्रिस्टल ब्रेक के तहत भोपाल के जगदीशपुर से 92 करोड़ रुपए कीमत की 61.2 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स जब्त की थी। फैक्ट्री एकांत परिसर में संचालित हो रही थी। डीआरआई ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर इस नेटवर्क से जुड़े सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया है कि यह गिरोह विदेशी सरगना के निर्देश पर एमडी ड्रग्स का निर्माण कर रहा था। * राजस्थान से आई 50 लाख एमडी के साथ दो पैडलर्स धराये क्राइम ब्रांच ने आगर-मालवा के किफायतुल्लाह खान (51) को गिरफ्तार किया था। भोपाल में उसके लिए एमडी बेचने वाले दो पैडलर्स को शाहजहांनाबाद इलाके से अफजल खान (32) और मंजूर खान (37) को गिरफ्तार किया था। उनके पास से कुल 56.96 ग्राम एमडी जब्त हुई थी, जिसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए है। गिरोह राजस्थान से ड्रग्स लाकर भोपाल में बेचने का काम कर रहा था। जुनेद / 23 दिसंबर