क्षेत्रीय
24-Dec-2025
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मोबाइल के व्हाट्सअप अकाउंट पर भी कर सकते है कब्ज़ा - बचने के लिये साइबर क्राइम ने जारी की एडवाइजरी भोपाल(ईएमएस)। कॉल फ़ॉरवर्डिंग स्केम इन दिनो साइबर ठगोरो का नया हथियार बनता जा रहा है। जो काफी खतरनाक है। ये आपकी वित्तीय सुरक्षा और व्यक्तिगत गोपनीयता को खतरे में डाल सकता हैं। इस स्केम से बचने के लिये बचने के लिये साइबर क्राइम ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगो से सावधान रहने की अपील की है। * क्या है कॉल फ़ॉरवर्डिंग स्कैम जारी एडवायजरी में कहा गया गया है कॉल फ़ॉरवर्डिग स्केम आजकल तेजी से बढ़ रहे हैं। ये आपकी वित्तीय सुरक्षा तथा व्यक्तिगत गोपनीयता को खतरे में डाल सकते हैं। एक सुरक्षित और वैध फ़ोन सेवा सुविधा का दुरुपयोग करके ठग आपके कॉल्स को इंटरसेप्ट कर सकते हैं, वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) चुरा सकते हैं, और यहाँ तक कि आपके व्हाट्सअप अकाउंट पर भी कब्ज़ा कर सकते हैं। * कॉल फॉरवर्डिंग कैसे काम करता है कॉल फॉरवर्डिंग एक वैध सेवा है, जो आपको आने वाले कॉल्स को किसी अन्य नंबर पर ट्रांसफर करने की सुविधा देती है। यह तब उपयोगी होती है, जब आप कॉल रिसीव करने में असमर्थ हो। आप ऐसे कॉल्स को वॉइसमेल, किसी सहकर्मी के फ़ोन या अपने मोबाइल पर फॉरवर्ड कर सकते हैं। * यह दो तरह के होते हैं पहली तरह में ऐसे कॉल्स अनकंडीशनल कॉल फॉरवर्डिग प्रकार के होते है, यानि सभी कॉल्स को बिना शर्त फॉरवर्ड करता है। वहीं दूसरे प्रकार में कंडीशनल कॉल फॉरवर्डिग रहती है, इसमें कॉल केवल तब फॉरवर्ड करता है, जब फोन बिजी हो, कॉल अनआंसर हो या नेटवर्क से बाहर हो। * कॉल फॉरवर्डिंग घोटाले कैसे काम करते हैं ठग लोगों को धोखे से अपने कॉल्स को उनके नंबर पर फ़ॉरवर्ड करने के लिए मजबूर करते हैं। इसके लिये यह तरीके अपनाये जाते है। इसके लिये ठग फ़ोन कॉल, एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया के जरिए आपसे संपर्क करते है। इसके बाद तुंरत ही कोई निर्णय लिये जाने जैसे आपका अकाउंट खतरे में है, फ़ोन में समस्या है, या कोई ऑफ़र है की बात कहते है। इसके साथ ही आपके फ़ोन तक पहुँच बनाने के लिये कई ठग सार्वजनिक स्थानों पर आपसे फ़ोन माँग कर उसमें गुप्त रूप से कॉल फ़ॉरवर्डिंग एक्टिव कर सकते है। ठग कोड डायल करवाते है, जैसे 21# या अन्य कैरियर कोड, इन्हें डायल करते हुए आपके फोन के सारे कॉल्स उनके नंबर पर जाने लगते हैं। कॉल्स को रीस्ट करने से बैंक, क्रेडिट कार्ड कंपनियों आदि के कॉल्स ठगों तक पहुँच जाते हैं। इसके साथ ही ठग कई तरीको से आपकी जानकारी को इंटरसेप्ट करना ओटीपी, अकाउंट नंबर, पिन और अन्य संवेदनशील जानकारी हासिल करने का प्रयास करते है। * कॉल फॉरवर्डिंग घोटाले की पहचान कैसे करें यदि कॉल्स सीधे वॉइसमेल पर जाने लगें या कनेक्शन में देरी हो, फोन बिल में अचानक अनजान अंतरराष्ट्रीय या प्रीमियम कॉल्स का चार्ज दिखे। या फिर कॉल लॉग में अपरिचित नंबर दिखाई दें और लोग आपसे कहें कि उन्होंने आपको कॉल किया लेकिन आप तक नहीं पहुँचा। तब आपको सावधान होना चाहिये। इसके लिये शुरुआत में ही आप यूएसएसडी कोड *#21# डायल करके आप देख सकते हैं, कि कॉल फॉरवर्डिंग एक्टिव है या नहीं। * इस तरह बच सकते है कॉल फ़ॉरवर्डिंग स्कैम से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि ऐसे स्केम से बचने के लिये किसी भी तरह की अनजान अनुरोधों ( रिक्वेस्ट) से सावधान रहें। कभी भी किसी से अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी शेयर न करें। संदेह होने पर पहले संपर्क की पुष्टि करें। यदि कोई आपके अकाउंट में समस्या बताए तो कॉल कार्ट और धिकारिक नंबर पर खुद ही संपर्क करें। यह भी जरुरी है की अनजान कोड कभी डायल न करें, अपने फोन की कॉल फ़ॉरवर्डिंग सेटिंग्स नियमित रूप से चैक करे। * कॉल फॉरवर्डिग कैसे बंद करें एडवायजरी में आमजन की आसानी के लिये बताया गया है कि अपने फोन में कॉल फॉरवर्डिग बंद करने के लिये अधिकांश फ़ोन में ##002# डायल करके इसे बंद किया जा सकता है। एंडरॉयड में फोन एप, सैटिंग्स, कॉल सेटिंग्स, कॉल फॉरवर्डिंग में जाकर बंद करें। आईफोन में सेटिंग्स फोन, कॉल फॉरवर्डिंग में जाकर टॉगल ऑफ करें। यदि आप किसी सायबर समस्या में फंस जाये तो राष्ट्रीय सायबर क्राइम पोर्टल सहित राष्ट्रीय सायबर हेल्पलाइन नंबरः 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन या सायबर क्राइम भोपाल हेल्पलाइन 9479990636 से तुरंत संपर्क करें। जुनेद / 24 दिसंबर