- भाजपा की महिला-विरोधी मानसिकता का पुतला जलाया भोपाल(ईएमएस)। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) भोपाल द्वारा महिलाओं के प्रति लगातार अपमानजनक, अशोभनीय और निंदनीय बयान देने वाले भाजपा नेताओं के विरोध में प्रदेश महासचिव सैयद अल्तमस के नेतृत्व में भाजपा की महिला-विरोधी मानसिकता का पुतला दहन किया गया। एनएसयूआई भोपाल जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा की भाजपा नेताओं द्वारा बार-बार महिलाओं का अपमान करना यह साबित करता है, कि भाजपा की सोच शुरू से ही महिला विरोधी रही है। * मंत्री विजय शाह को लेकर साधा निशाना हाल ही में भाजपा सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा पहले भारतीय सेना की महिला अधिकारी भारत की बेटी को लेकर और फिर लाड़ली बहनों को लेकर अपमानजनक बयान दिए गए। * बिहार सीएम नितीश कुमार मामला वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा शासकीय आयोजन में सार्वजनिक मंच पर एक महिला के वस्त्र खींचने जैसा शर्मनाक आचरण कया गया। * मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान भी पर भी ऐजराज अक्षय तोमर ने आगे कहा की मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा यह कहना कि “जो लड़कियां छोटे कपड़े पहनती हैं वे चरित्रहीन होती हैं।” बेहद आपत्तिजनक है। इसके साथ ही भाजपा विधायक प्रमोद कुमार द्वारा दिए गए महिलाओं को लेकर अत्यंत आपत्तिजनक और अमानवीय बयान भी निदंनीय है। उन्होनें कहा की भाजपा नेताओ के ये सभी बयान और घटनाएं महिलाओं के सम्मान, गरिमा और संवैधानिक अधिकारों पर सीधा हमला हैं। * भाजपा के निशाने पर लाड़ली बहनें, महिला अधिकारी ऐसे बयान देश की आधी आबादी का अपमान पुतला दहन के दौरान एनएसयूआई प्रदेश महासचिव सैयद अल्तमस ने कहा कि “भाजपा नेताओं की भाषा और सोच महिला विरोधी है। कभी सेना की महिला अधिकारी, कभी लाड़ली बहनें भाजपा ने हर स्तर पर महिलाओं का अपमान किया है। सत्ता के संरक्षण में ऐसे बयान देने वालों पर कार्रवाई नहीं होना भाजपा की असली मानसिकता को उजागर करता है। जिला उपाध्यक्ष अमित हाटिया और लक्की चौबे ने कहा कि “भाजपा नेताओं के बयान देश की आधी आबादी का अपमान हैं। महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वालों को भाजपा संरक्षण दे रही है। संगठन ने मांग की है कि महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयान देने वाले सभी नेताओं के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए और भाजपा देश की महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। साथ ही संगठन ने चेतावनी दी कि यदि महिलाओं के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी नहीं रुकी, तो संगठन आंदोलन को और तेज करेगा। जुनेद / 23 दिसंबर