24-Dec-2025
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-सैन्य शिविर में हुई गोलीबारी में जूनियर कमीशंड ऑफिसर की मौत नई दिल्ली (ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में एक सैन्य शिविर के भीतर हुई गोलीबारी में सेना के एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर की मौत हुई है। यह घटना मंगलवार देर रात की है, जब जेसीओ ड्यूटी पर तैनात थे। रक्षा विभाग ने आतंकी साजिश से इंकार किया है, लेकिन सवाल फिर भी बना हुआ है। उधर,उत्तरी कश्मीर में पाकिस्तान की प्रतीकात्मक और मनोवैज्ञानिक चालें फिर उजागर हुई हैं। हंदवारा क्षेत्र के नौगाम में एक बगीचे के पेड़ पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस लिखा गुब्बारा मिला। वहीं बारामूला के खादिनयार इलाके में कई गुब्बारों से बंधा पाकिस्तानी झंडा बरामद हुआ। ये दोनों इलाके नियंत्रण रेखा के बेहद करीब हैं। सवाल यह नहीं कि गुब्बारा कहां से आया, सवाल यह है कि इसके जरिए क्या संदेश देना था। सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं, लेकिन यह घटना बताती है कि दुश्मन अब भी हर रास्ते से दखल देने की फिराक में है। इस साजिश का हिस्सा कठुआ में सामने आया, जहां ड्रोन के जरिए गिराई गई हेरोइन के मुख्य प्राप्तकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी सिराज दीन उर्फ सरजू पर आरोप है कि वह पाकिस्तान से आए ड्रोन खेप का अहम कड़ी था। यह मामला सिर्फ तस्करी का नहीं, बल्कि आतंक को फंडिंग देने की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। हाल के सालों में ड्रोन अब सिर्फ हथियार या निगरानी के लिए नहीं, बल्कि नशे के कारोबार का सबसे खतरनाक जरिया बन चुका है। इस बीच न्यायपालिका ने भी आतंक समर्थकों पर करारा वार किया है। विशेष एनआईए अदालत ने अमेरिका में बैठे कश्मीरी लॉबिस्ट गुलाम नबी फई की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है। बडगाम जिले के दो गांवों में मौजूद उसकी जमीन को तत्काल जब्त करने के निर्देश हैं। अदालत ने साफ कहा कि आरोपी जानबूझकर खुद को छिपा रहा है और कानूनी प्रक्रिया से भाग रहा है। बता दें कि फई पर प्रतिबंधित संगठनों का समर्थन करने और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने के गंभीर आरोप हैं। यह कार्रवाई उस नेटवर्क पर सीधा प्रहार है, जो विदेशों में बैठकर कश्मीर के नाम पर दुष्प्रचार और फंडिंग का खेल खेलता रहा है। उधर, सुरक्षा एजेंसियां भी किसी ढिलाई के मूड में नहीं हैं। श्रीनगर और अनंतनाग में संयुक्त सुरक्षा अभ्यास चलाया गया, जिसमें पुलिस और सीआरपीएफ ने संवेदनशील इलाकों की गहन जांच की। बख्शी स्टेडियम, महाराजा बाजार और अमीरा कदल जैसे इलाकों में विध्वंसक कृत्य विरोधी अभियान चलाया गया। आने वाले राष्ट्रीय समारोहों को देखते हुए यह साफ संदेश है कि सुरक्षा बल हर चुनौती के लिए तैयार हैं। आशीष दुबे / 24 दिसंबर 2025