- नगर निगम आयुक्त से मिले पूर्व विधायक विनय सक्सेना जबलपुर, (ईएमएस)। नगर निगम में सफाई व्यवस्था को लेकर लगातार उठ रही शिकायतों के बीच उत्तर मध्य के पूर्व विधायक विनय सक्सेना बुधवार को नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था में चल रही कथित गड़बड़ियों और संभावित घोटाले को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उनके साथ ब्लॉक अध्यक्ष, कांग्रेस नेता, युका एवं एनएसयूआई पदाधिकारी एवं आमजन मौजूद थे । नगर निगम आयुक्त से चर्चा के दौरान पूर्व विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि नगर निगम में सफाई के नाम पर गंभीर अनियमितताएं हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सफाई कर्मचारियों से तो काम लिया जा रहा है, लेकिन सफाई कर्मचारियों को उनका ईपीएस नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा नियम अनुसार सभी कर्मचारियों का पोर्टल में रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है. लेकिन सफाई कर्मचारियों का न तो संबंधित पोर्टल पर पंजीयन कराया जा रहा है और न ही उन्हें उनके अधिकारों की जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत में पूरा घोटाला चल रहा है. मैदानी हकीकत और कागजों में बड़ा अंतर .. यहां श्री सक्सेना ने एक और गंभीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब नगर निगम आयुक्त स्वयं निरीक्षण के लिए मौके पर जाते हैं, तो वहां केवल 10 से 15 सफाई कर्मचारी ही दिखाई देते हैं, जबकि कागजों में 35 से 55 कर्मचारियों की तैनाती दर्शाई जाती है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर शेष कर्मचारी कहां हैं और उनके नाम पर भुगतान कैसे किया जा रहा है। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में कुछ पार्षदों की भी मिलीभगत सामने आ रही है। उनका कहना था कि सफाई व्यवस्था में सुधार के बजाय कुछ जनप्रतिनिधि और ठेकेदार आपसी तालमेल से निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं और सफाई कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। सफाई कर्मचारियों की सूची सार्वजनिक करने की मांग …. पूर्व विधायक ने यह भी मांग रखी कि नगर निगम में काम कर रहे सभी सफाई कर्मचारियों के नाम सार्वजनिक डोमेन में डाले जाएं। इससे आम जनता को यह जानकारी मिल सकेगी कि कौन सा कर्मचारी किस क्षेत्र में और किस वार्ड में कार्यरत है। उनका कहना था कि पारदर्शिता आने से फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। जांच नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी …. विनय सक्सेना ने नगर निगम आयुक्त से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि इन गड़बड़ियों की जांच नहीं की गई और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। नगर निगम आयुक्त का आश्वासन…. इस पर नगर निगम आयुक्त ने पूर्व विधायक को आश्वस्त किया कि सफाई व्यवस्था को लेकर उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनवरी माह से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे और जहां भी अनियमितता पाई जाएगी, वहां आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।