अंतर्राष्ट्रीय
30-Dec-2025


सना,(ईएमएस)। यमन के बड़े हिस्से पर काबिज हूती विद्रोहियों ने इजरायल को सोमालीलैंड से दूर रहने की चेतावनी दी है। हूती नेता ने कहा है कि सोमालीलैंड में इजरायली मौजूदगी को सैन्य टारगेट मानकर हमले किए जाएंगे। हूतियों की ओर से यह धमकी भरा बयान इजरायल के सोमालीलैंड को देश के तौर पर मान्यता देने के फैसले के विरोध में आया है। सोमालिया से अलग हुए हिस्से सोमालीलैंड को मान्यता का अरब और अफ्रीका के ज्यादातर देशों ने विरोध किया है। हूतियों ने एक कदम आगे बढ़कर इजरायल को हमले की धमकी दे डाली है। हूती प्रमुख अब्दुलमलिक अल हूती ने कहा है कि हम सोमालीलैंड में किसी भी इजरायली मौजूदगी को अपनी सशस्त्र सेनाओं के लिए खतरा मानते हैं। यह सोमालिया और यमन के खिलाफ आक्रामकता है और हम इसे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसके बाद हम यहां इजराइली सेना को आने से रोक देने वाले है। हूती प्रमुख ने कहा कि इजरायल का सोमालीलैंड को मान्यता देना एक खतरनाक फैसला है। यह यमन, सोमालिया और उसके अफ्रीकी पड़ोस के देशों के अलावा लाल सागर और लाल सागर के दोनों किनारों पर स्थित देशों को निशाना बनाने वाला एक शत्रुतापूर्ण रुख है। सोमालीलैंड साल 1991 में सोमालिया से अलग हुआ था। अदन की खाड़ी के पास रणनीतिक स्थान पर स्थित इस क्षेत्र की अपनी करेंसी, पासपोर्ट और सेना है। इसके बावजूद दुनिया ने सोमालीलैंड को देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है। इजरायल पहला देश है, जिसने आधिकारिक तौर पर सोमालीलैंड को देश माना है। इजरायल के सोमालीलैंड पर फैसले का दुनिया के बड़े हिस्से ने विरोध किया है। हूतियों के ज्यादा आक्रामक होने की वजह उसका इजरायल के साथ तनाव है। बीते कुछ वर्षों में खासतौर से अक्टूबर 2023 में गाजा युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल और हूती आमने-सामने हैं। इजरायल ने कई बार यमन में हूतियों पर हवाई हमले किए हैं। क्षेत्रीय विश्लेषकों का मानना है कि सोमालीलैंड के साथ मेल-मिलाप इजरायल को लाल सागर तक बेहतर पहुंच प्रदान करेगा। आशीष दुबे / 30 दिसंबर 2025