अंतर्राष्ट्रीय
31-Dec-2025
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बीजिंग,(ईएमएस)। चीनी इंटरनेट पर कुछ तस्वीरें वायरल हुई हैं। यह एक साधारण कार्गो जहाज है जिसपर मिसाइल लांचर भरे पड़े हैं। यह जहाज झोंग डा 79 नाम का मध्यम आकार का कंटेनर जहाज है, जिसके डेक पर कंटेनरों में वर्टिकल लांच सिस्टम (बीएलएस) लगे हुए हैं। इसमें से कई कंटेनर मिसाइल लांच करने के लिए बने हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह चीन की नौसेना की ताकत बढ़ाने की एक नई रणनीति हो सकती है। इस जहाज पर करीब 60 बड़े बीएलएस सेल लगे हैं। ये सेल 5 चौड़े और 3 गहरे सीरीज में हैं। हर कंटेनर में 4 लांच ट्यूब हैं। यह संख्या अमेरिकी नौसेना के अरलेघ बर्क क्लास डिस्ट्रॉयर की मिसाइल क्षमता का दो-तिहाई है। इन सेलों में एंटी-शिप मिसाइलें, लैंड-अटैक क्रूज मिसाइलें या एयर डिफेंस मिसाइलें रखी जा सकती हैं। जहाज के आगे की तरफ एक बड़ा रोटेटिंग फेज्ड-एरे रडार लगा है, जो तीन कंटेनरों के ऊपर है। इसके बगल में एक डोम वाला रडार या कम्युनिकेशन सिस्टम लगा है। जहाज के आगे वाले हिस्से में टाइप 1130 क्लोज-इन वेपन सिस्टम लगा है, जो 30एमएम की गन है। आने वाली मिसाइलों या ड्रोनों को रोकने के लिए इस्तेमाल होती है। यह जहाज शंघाई के एक शिपयार्ड में खड़ा है। सैटेलाइट तस्वीरों से साफ होता हैं कि इसकी मरम्मत अप्रैल से अगस्त 2025 तक हुई थी। विशेषज्ञ कहते हैं कि कंटेनरों पर लिखा टेक्स्ट थोड़ा मजाकिया है, जो असली पीएलए प्रोजेक्ट्स में नहीं होता। इसलिए कुछ लोग सोच रहे हैं कि यह सिर्फ एक मॉकअप या डेमोंस्ट्रेटर हो सकता है, न कि पूरी तरह तैयार जहाज। चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा कमर्शियल शिपिंग फ्लीट है। अगर वह अपने साधारण जहाजों को इसतरह के हथियारों से लैस कर ले, तब युद्ध के समय यह बहुत बड़ी ताकत बन सकता है। ये जहाज सामान्य ट्रैफिक में छिपकर दुश्मन पर अचानक हमला कर सकते हैं। आशीष दुबे / 31 दिसंबर 2025