ज़रा हटके
19-Mar-2023
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दुबई में हुए एक रिसर्च में किया गया दावा नई दिल्ली (ईएमएस)। ऊंटनी के दूध के बारे में आपने खूब सुना होगा। ऊंटनी के दूध की मांग तेजी से दुनिया में बढ़ रही है। इसकारण कई लोग इसका बिजनेस कर अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे हैं। ऊंटनी का दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता हैं। इस दूध की कीमत 2500 रुपये लीटर तक है। पूरी दुनिया में हर साल ऊंटनी के सिर्फ 30 लाख टन दूध का ही उत्पादन होता है। लेकिन क्या आप ऊंट/ऊंटनी के आंसू की कीमत जानते हैं? ऊंट के आंसू बहुत स्पेशल होते हैं। इसमें सांप के जहर को काटने की ताकत होती है। दुबई में हुई एक रिसर्च के बाद दावा किया गया है कि ऊंट के आंसू से सांप के जहर की काट तैयार हो सकती है। ऊंट के आंसू में जो एंटीडोट्स होते हैं, उसमें सांप के जहर को खत्म करने की सबसे असरदार दवा बनाई जा सकती है। भारत और अमेरिका सहित कई देशों में ऊंट के आंसूओं पर रिसर्च चल रही है। यूएई और सऊदी अरब की कई यूनिवर्सिटीज में भी ऊंट के आंसुओं पर रिसर्च चल रही है। दुनिया के सबसे जहरीले सांपों की काट ऊंट के आंसुओं में मौजूद है। ऊंट के आंसू में विभिन्न प्रोटीन पाए जाते हैं। प्रोटीन ऊंट को इंफेक्शन से बचाते हैं। इन आंसुओं में लाइसोजाइम्स होते हैं। ये वायरस, बैक्टीरिया और कीड़ों को रोकते हैं। एशिया और अफ्रीका में दुनिया के सबसे जहरीले सांप पाए जाते हैं। ऊंट के आंसुओं से इस जहर का एंटीडोट तैयार हो सकता है। दुनिया में अभी करीब 250 प्रकार के जहरीले सांपों के जहर की ही काट मौजूद है। लेकिन ऊंट की आंसुओं का यूज करके दुनिया के सबसे जहरीले सांपों की एंटीडोट तैयार हो सकती है। ऊंट की एंटीबॉडीज से सांप के जहर का एंटी-वेनम बनाने का एक और बड़ा फायदा है। किसी भी एंटी-वेनम को सुरक्षित रखने के लिए कोल्‍ड-चेन की आवश्यकता होती है। ऊंटों के पास गर्मी झेलने की अपार ताकत होती है। यही गुण एंटी-वेनम में आया, तब उसे स्‍टोर करने के लिए कोल्‍ड-चेन की आवश्यकता नहीं होगी। ऊंट दुनिया की सबसे दुर्गम जलवायु में से एक यानी रेगिस्तान में पाए जाते हैं। यहां रेत से बचने के लिए उनकी आंखों में खास प्रोटेक्टिव सिस्‍टम होता है। ऊंट अपनी आंखों में आने वाले किसी भी बाहरी ऑब्‍जेक्‍ट को आसानी से तोड़ सकते हैं। ऊंट की आंखों में इन्‍फेक्‍शन नही होता है। ऊंट के आंसुओं में 3 परत होती हैं। बाहरी परत लिपिड्स से बनी होती है। यह आंसुओं को सूखने से रोकती है। बीच की परत में प्रोटीन होती हैं। वहीं अंदर की परत में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। आशीष/ईएमएस 19 मार्च 2023