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02-Jun-2023
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-सनत कुमार जैन नई दिल्ली (ईएमएस)। बहुचर्चित ज्योतिषाचार्य राजीव नारायण शर्मा ने 4 पीएम के संपादक संजय शर्मा को इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने सनसनीखेज भविष्यवाणी की है। जो भारतीय राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाली हैं राजीव नारायण शर्मा ने ग्रहों के आधार पर अभी तक जो भविष्यवाणी की है। वह 90 फ़ीसदी सही साबित हुई हैं। जिसके कारण पिछले कई वर्षो से वह चर्चाओं में बने हुए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच में चुनाव हो रहा था। उसके 1 माह पहले ही उन्होंने हिलेरी की पराजय और डोनाल्ड ट्रंप की जीत की भविष्यवाणी कर चर्चाओं में आए थे। 2020 के अमेरिकी चुनाव में भी उन्होंने जो बाइडन के राष्ट्रपति पद पर चुने होने की भविष्यवाणी की थी। कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के जीत की भविष्यवाणी उन्होंने दिसंबर 2022 में कर दी थी। चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद उन्होंने उसकी पुष्टि भी की थी। - ज्योतिषाचार्य राजीव नारायण शर्मा राजीव नारायण शर्मा ने मैकेनिकल इंजीनियर की परीक्षा राउलकेला से पास की है। 2004 में हनुमान भक्ति से उन्होंने ज्योतिष के क्षेत्र में जाने की प्रेरणा मिली। भारतीय विद्या भवन से 2 साल का ज्योतिष में डिग्री कोर्स पूरा किया। पिछले 13 साल से ज्योतिष पर रिसर्च कर रहे हैं। उनकी भविष्यवाणी वेद पर आधारित गणितज्ञ, संहिता और ग्रह नक्षत्र पर आधारित होती है। ग्रह दशा की सही गणना के आधार पर वह भविष्यवाणी करते हैं। हनुमान भक्ति और ज्योतिष राजीव नारायण शर्मा का कहना है कि वह बजरंगबली के उपासक हैं। वेद पर आधारित ज्योतिष के अनुसार भविष्यवाणी करते हैं। उनका कहना है, कि गणना का अर्थ समय से है। पृथ्वी, सूर्य और चंद्र से समय संचालित होता है। यह ज्योतिष का मूल सिद्धांत है। गणना सही होने पर भविष्यवाणी भी शत-प्रतिशत सही होती है। सटीक भविष्यवाणी का रिकॉर्ड 2016 में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने की भविष्यवाणी की थी। उस समय हिलेरी क्लिंटन की जीत की संभावना जताई जा रही थी। जब चुनाव परिणाम आए, तो डॉनल्ड ट्रंप चुनाव जीते। सभी को उनकी जीत पर आश्चर्य हुआ था। 2020 के अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव की भविष्यवाणी में उन्होंने जो बाइडन की जीत की भविष्यवाणी की थी। जो सटीक साबित हुई। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर दिसंबर 2022 में उन्होंने भाजपा के पराजित होने की भविष्यवाणी कर दी थी। समय-समय पर सोशल मीडिया और एबीपी न्यूज़ चैनल में भी उनकी भविष्यवाणी आई जो सही साबित हुई। अभी तक उन्होंने जो भी भविष्यवाणी की है। वह बिल्कुल सटीक साबित होती हैं। भविष्यवाणी की 90 फ़ीसदी गणना सटीक होती है। 2023 कांग्रेस की सफलता का वर्ष वर्तमान कांग्रेस का जन्म 2 जनवरी 1978 को हुआ था। ज्योतिषाचार्य के अनुसार कांग्रेस का यह अच्छा समय है। कांग्रेस की कुंडली के अनुसार उसे वर्ष 2023 में होने वाले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के चुनाव में जीत हासिल होगी। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने की उन्होंने पुष्टि की है। तेलंगाना के बारे में उन्होंने कहा जैसे ही चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। उसके बाद वह सटीक भविष्यवाणी करेंगे। तेलंगाना में भी भारतीय जनता पार्टी को जीत हासिल नहीं होगी। यह उन्होंने भाजपा की कुंडली के आधार पर भविष्यवाणी की है। -जुलाई 2022 से भाजपा का संकट बढ़ा ज्योतिषी राजीव नारायण शर्मा के अनुसार,भारतीय जनता पार्टी का जन्म 6 अप्रैल 1980 को हुआ। कुंडली के अनुसार जुलाई 2022 से चंद्रमा की दशा चल रही है। महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की सरकार जुलाई के पहले बनी है। वहीं जुलाई 2022 में जैसे ही चंद्रमा की दशा शुरू हुई। बिहार में भाजपा की गठबंधन सरकार गिर गई। ज्योतिषाचार्य के अनुसार भाजपा की कुंडली में चंद्र की दशा तथा अगस्त 2023 से शनि की दशा शुरू हो जाने के बाद,भाजपा के लिए संकट बढ़ेंगे। जय की जगह पराजय का सामना करना पड़ेगा। ज्योतिष गणना के अनुसार अगस्त के बाद से भारतीय जनता पार्टी में आंतरिक संघर्ष बढ़ेगा। ग्रह नक्षत्र के प्रभाव बोल रहे हैं, कि इसमें कोई भी उपाय भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की मदद नहीं करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना 5 साल का कार्य काल पूरा नहीं कर पाएंगे। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं तेलंगाना में भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ेगा। भाजपा कितनी भी ताकत लगा दे। कितना भी पैसा खर्च कर दे,ग्रह दशा बता रही हैं कि उसे नुकसान ही होगा। यह सब भाजपा की कुंडली में चंद्रमा में शनि की दशा के कारण योग बन रहा है। लोकसभा चुनाव समय के पहले होने की भी संभावना है। कर्नाटक में भाजपा ने ही भाजपा को हराया है। आगे चलकर भाजपा के अंदर यही स्थिति बनेगी पार्टी के अंदर अंतर्विरोध बढ़ेगा। - गलत समय संसद प्रवेश राजीव नारायण शर्मा के अनुसार गलत समय पर संसद प्रवेश का कार्यक्रम रखा गया। सनातन धर्म, वेद और ज्योतिष ज्ञान के अनुसार, बृहस्पति अभी खंडित अवस्था में है। बृहस्पति गुरू की भूमिका में होते हैं। खंडित अवस्था में संसद में प्रवेश किया गया है। शनि, राहु, केतु की दृष्टि में नई संसद का उद्घाटन कार्यक्रम हुआ। उद्घाटन को लेकर भारी विरोध हुआ। खिलाड़ियों की गिरफ्तारी के अपशकुन का सामना उसी समय करना पड़ा। भगवान शिव की नगरी उज्जैन में भी मूर्तियां का गिरना, धार्मिक मान्यताओं में बड़ा अपशकुन है। ज्योतिष के अनुसार उज्जैन में सप्तऋषि की मूर्ति खंडित होना,बृहस्पति की खंडित अवस्था को दर्शाता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना जाता है। ऐसी स्थिति में राजा को कष्ट भोगना पड़ते हैं। ग्रहों की जो दशा चल रही है। उसके अनुसार पड़ोसी देशों के साथ संबंध खराब होंगे। भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर होगा। प्रधानमंत्री का कार्यकाल? 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री पद की शपथ नरेंद्र मोदी जी ने ली थी। समय की गणना के अनुसार अगस्त माह से उनके लिए संकट का समय शुरू हो जाएगा। वह अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। ग्रह नक्षत्र उनकी मानसिक दशा को भी प्रभावित करेंगे। उनसे निर्णय लेने में गलतियां होंगी। यह समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यश का ना होकर अपयश का समय है। *अगस्त 2022 से फरवरी 2024 तक का समय भाजपा के लिए खराब ज्योतिषी का मानना है, कि चंद्रमा की दशा जुलाई 2022 से शुरू हुई है। इस दशा में सहयोगियों से कष्ट होता है।14 अगस्त के बाद चंद्र में शनि की दशा का भी कष्ट शुरू हो जाएगा। पार्टी के अंदर से ही चुनौतियां मिलना शुरू हो जाएंगी। ज्योतिष मान्यता के अनुसार भाजपा को अपने ही लोगों से चुनौती मिलेगी। कांग्रेस की ग्रह दशा इस साल कुंडली के अनुसार अच्छी है। जिसके कारण कांग्रेस को सफलता मिल रही है। ज्ञान के बल पर विश्व गुरु ज्योतिषाचार्य ने कहा ज्ञान के कारण ही हम विश्व गुरु बन सकते हैं। कोई अन्य कारण नहीं,जो हमें विश्व गुरू बना पाए। उन्होंने कहा आर्थिक प्रगति से हम विश्व गुरु नहीं बन सकते हैं। सनातन धार्मिक परंपराओं और उनके ज्ञान के कारण ही पूरी दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा पहले भी थी,आगे भी रहेगी, बिना ज्ञान के विश्व गुरु नहीं बना जा सकता है। हनुमान जी चैतन्य देवता वर्तमान में जो कथा वाचक हैं। वह हनुमान जी की दिव्य शक्ति बताकर जो कथा कर रहे हैं। वह लोगों का कष्ट दूर करने की बात कह रहे हैं। इस पर राजीव नारायण शर्मा ने कहा, हनुमानजी चैतन्य देवता है। उनका नाम लेकर लोग पाखंड फैला रहे हैं। हनुमान जी की दिव्य शक्ति उन्हीं को मिलती है। जो कर्म पर विश्वास करते हैं। हनुमान जी सबसे बड़े कर्मयोगी थे। उन्होंने कभी भी कर्मफल की कोई चिंता नहीं की। भगवान राम के हर कार्य को उन्होंने सेवा भाव से किया, जब भी यश लेने की कोई बात आई। तो उन्होंने भगवान राम की कृपा को बताकर भक्ति प्रदर्शित की। कभी भी किसी कार्य का यश उन्होंने नहीं लिया। हाल ही में कुछ ऐसे कथावाचक हैं। जो हनुमान जी के नाम से पाखंड फैला रहे है। यह ज्यादा दिन चलेगा। कर्म फल समय आने पर ही फलित होता है। ज्योतिष शास्त्र भी इसी की पुष्टि करता है। ग्रह नक्षत्र का असर प्रकृति के सभी जीवो पर समान रूप से पड़ता है समय आने पर कर्मफल भी भोगना पड़ता है यह ज्योतिष का सिद्धांत है। ज्योतिषाचार्य ने दावा किया है, कि उनकी जो गणना है, वह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की जन्म कुंडली के आधार पर है। जो भविष्यवाणी की गई है, वह सही साबित होगी। EMSINDIA.COM