राष्ट्रीय
02-Jun-2023
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पाटन (ईएमएस)। जिले के 6 गांव के महिला, पुरुष और बच्चे समेत 45 लोगों ने एक साथ हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अंगीकार कर लिया। बौद्ध धर्म अपनाने वालों को कहना है कि आज भी उनके क्षेत्र में उन्हें अछूत माना जाता है, इसलिए हिन्दू धर्म छोड़ने का फैसला किया है। जिला कलेक्टर ने जब धर्म परिवर्तन करने वालों को जवाब तलब किया तो उन्होंने अपना जवाब भी दे दिया। जानकारी के मुताबिक पाटन जिले की सरस्वती तहसील के चारूप, वासणी, वदाणी, वागडोद, कोऑइटा और कानोसरण गांव के 45 लोगों ने एक साथ धर्म परिवर्तन कर लिया। सभी ने हिन्दू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अंगीकार कर लिया। धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों में महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हैं। धर्म परिवर्तन करने वालों का कहना है कि आजादी के बाद भी अनुसूचित समाज के बारात नहीं निकाल सकते। बाबुलाल रोहित के मुताबिक 21वीं सदी में पाटन जिले के कई गांव में अस्पृश्यता बरकरार है। छूआछूत और असमानता से परेशान होकर अनुसूचित जाति के लोगों ने धर्म परिवर्तन का फैसला किया है। साथ ही यह भी कहा कि बौद्ध धर्म में समानता है।