क्षेत्रीय
05-Jun-2023
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गांधी व कबीर अपने विचारों से वैश्विक स्वीकार्य धार (ईएमएस)। कबीर जयंती पर आयोजित गूंजे कबीर भजन संध्या में प्रसिद्ध लोक गायक श्री जगदीश बोरियाला ने अपने भजनों से उपस्थित श्रोता- दर्शकों को मंत्रमुग्ध सा कर दिया। श्रद्धालय वृद्धाश्रम धार में आयोजित इस विशेष भजन संध्या आयोजन में बुजुर्गों के साथ ही बड़ी संख्या में आम नागरिक भी उपस्थित रहे। प्रमुख गायक जगदीश बोरियाल के साथ सहगायक मुन्नालाल गोयल थे। संगत में मंजीरे पर भगवानसिंह पटेल, हारमोनियम पर रामप्रसाद परमार व ढोलक देवीदास बैरागी ने अमिट छाप छोड़ी। भजन प्रस्तुति का आरम्भ संत द्वारे आया री जोड़ियां दोनों हाथ से हुआ, धन्य तेरी करताल कला का पार नही कोई पाता है व कहां से आया कहां जाओगे खबर करो अपने तन के बाद इनका भेद बता मेरे अवधू अच्छी करनी कर ले तू डाली फूल जगत कै माही जहा देखू वहा तू का तू व श्रोताओं की मांग पर जरा हल्के गाड़ी हांको मेरे राम गाड़ी वाले ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की प्रस्तावना व कबीर पर वैचारिकी ने भोज शोध संस्थान के निदेशक डॉ दीपेंद्र शर्मा ने कहा कबीर केवल भजन गायक ही नहीं विचारक भी थे। गांधी व कबीर अपने विचारों से वैश्विक स्वीकार्यता पा गए है। ये भारत की महनीय उपलब्धि है। कलाकारों का स्वागत अतिथि SDM धार श्री वीरेंद्र कटारे ने किया। यह जानकारी मीडिया प्रभारी राकी मक्कड़ ने दी। .../ 5 जून 2023