राष्ट्रीय
03-Dec-2023
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नई दिल्ली (ईएमएस)। राजस्थान चुनावों के रुझान आ रहे हैं। आज तय होगा कि कौन इन चुनावों में जीता और कौन हारा, लेकिन यहां की कुछ ऐसी सीटें हैं जिन पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। इन्ही में से एक सीट है विद्याधर नगर सीट। यहां से भाजपा ने सांसद दीया कुमारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने सीताराम अग्रवाल को टिकट दिया है। अब तक के रुझानों में दीया कुमारी कांग्रेस के सीताराम से आगे चल रही हैं। साल 2013 में सवाईमाधोपुर से विधायक बनी दीया कुमारी वर्तमान में राजसमंद से सांसद भी हैं और इस बार सांसदों के विधायकी परिवर्तन में उन्हें भी विधायक का टिकट मिला है। जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की पुत्री हैं। जयपुर शहर की इस सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है। उनके लिए विद्याधर नगर आसान सीट मानी जा रही है। परिसीमन के बाद हुए तीनों चुनावों में यहां भाजपा के नरपत सिंह राजवी चुनाव जीते हैं। दीया कुमारी हवामहल सीट से चुनाव लड़ना चाह रही थीं। गौरतलब है कि जयपुर के पूर्व राजपरिवार महाराजा सवाई भवानी सिंह और पद्मिनी देवी की इकलौती बेटी दीया कुमारी का जन्म 30 जनवरी 1971 पूर्व राजपरिवार में हुआ था। दीया कुमारी ने नई दिल्ली की मॉडर्न स्कूल, मुंबई की जीडी सोमानी मेमोरियल स्कूल और जयपुर की महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने लंदन में डेकोरेटिव आर्ट्स का कोर्स किया है। अपनी राजनीतिक सूझबूझ के लिए पहचानी जाने वाली दीया का राजनीतिक सफर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी जॉइन करने के बाद उसी साल सवाई माधोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और विधायक बनीं। इसके बाद वह 2019 में राजसमंद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ी और सांसद बनीं। वर्तमान में दीया कुमारी राजस्थान भाजपा में महिला मोर्चे की प्रदेश प्रभारी हैं। राजनीति के अलावा वह अपना खुद का एनजीओ भी चलाती हैं। जयपुर में भाजपा का गढ़ कह जाने वाले विद्याधर नगर सीट से पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है और उसके लिए पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत के दामाद वर्तमान विधायक नरपत सिंह राजवी तक का टिकट काट दिया। उनको टिकट देने के बाद किसी तरह का कोई विरोध भी नहीं हुआ। विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र की जनता का मानना है कि दीया कुमारी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विकल्प हैं।