ज़रा हटके
27-Apr-2024
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सिंधरी और अल्फांसो इसके सामने फिके टोक्यो (ईएमएस)। भारत में आम को फलों का राजा कहते है। भारत में आम का जनमानस से ऐसा रिश्ता है कि शायद ही कोई हो जिन्हें फलों के राजा का स्वाद न पसंद आए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस फल को भारत में इतना ज्यादा पसंद किया जाता है, उसकी सबसे महंगी किस्म किसी दूसरे देश में मिलती है। जी हां, दुनिया का सबसे महंगा आम भारत में नहीं, बल्कि जापान में मिलाता है। दुनिया के सबसे महंगे आम का खिताब मियाजाकी किस्म को जाता है। आम की ये किस्म जापान में तैयार की जाती है, जो अपने गजब के स्वाद, लुक और खुशबू के चलते खूब पसंद किया जा रहा है। पकने के साथ इस आम का रंग गहरा लाल होता है। आम की इस नस्ल को मुख्य रूप से जापान के क्यूशू प्रांत में स्थित मियाजाकी शहर में पैदा किया जाता है, जिसके चलते इसका मियाजाकी नाम मिला है। हालांकि, जापानी भाषा में ताइयो-नो-टोमैगो यानी सूरज का अंडा कहा जाता है। अपने बेहतरीन स्वाद के लिए मशहूर मियाजाकी आम की बाजार में कीमत 3 लाख प्रति किलो है और इस तरह ये दुनिया का सबसे महंगा आम साबित होता है। बड़े आकार का मियाजाकी आम देखते ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता है। इसका वजन लगभग 350 ग्राम का होता है। जिस मियाजाकी प्रांत में इस आम को उगाया जाता है, वह लीची और कुमकुम जैसे खट्टे फलों की खेती के लिए मशहूर है। यहां की जलवायु के साथ ही मिट्टी, पर्याप्त मात्रा में होने वाली बारिश और गर्म तापमान मियाजाकी आम के लिए एक बेहतरीन वातावरण तैयार करते हैं। वैसे मियाजाकी आम का संबंध मूलरूप से जापान से है, लेकिन भारत में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में भी उगाया जाता है। दरअसल मियाजाकी आम का पेड़ बीरभूम जिले के दुबराजपुर में लगाया गया है। बीते साल सिलीगड़ी आम महोत्सव में इस आम को प्रदर्शनी में रखा गया था। भारत में आम की सबसे महंगी नस्ल सिंधरी है, जिसकी एक पीस की कीमत 3000 रुपये किलोग्राम है। मूल रूप से पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र का ये आम भारत और पाकिस्तान दोनों जगह खूब पसंद किया जाता है। भारत में पाई जाने वाली आम की एक प्रसिद्ध किस्म अल्फांसो है। ये आम आमतौर पर रत्नागिरि, देवगढ़ सहित पश्चिमी भारत के कोंकण क्षेत्र के तटीय इलाकों में उगाया जाता है। अगर मूलरूप से भारत में उगाए जाने वाले आम की बात हो, तब अल्फांसो सबसे महंगा आम है। आशीष दुबे / 27 अप्रैल 2024