राज्य
11-Jun-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। यमुना खादर में बने असिता ईस्ट में प्रवेश के लिए अब शुल्क देना होगा। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने दस साल से अधिक उम्र के पर्यटकों के प्रवेश के लिए 50 रुपये का टिकट निर्धारित कर दिया है। पर्यटक नकद और यूपीआइ के माध्यम से टिकट शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पिछले वर्ष सात सितंबर को परियोजना का उद्घाटन किया था। असिता ईस्ट पुराने लोहे के पुल से आइटीओ बैराज तक फैला हुआ है। इसका कुल क्षेत्रफल 197 हेक्टेयर है। 90 हेक्टेयर हिस्सा डीडीए के अंतर्गत है और शेष हिस्सा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के पास है। पिछले वर्ष खादर क्षेत्र में बाढ़ आने से असिता ईस्ट की सुंदरता पर पानी फिर गया था। लेकिन बाढ़ के कुछ समय बाद ही डीडीए ने फिर से इसको संवार दिया था। यहां पर डहेलिया, बबूने, नीलकूपी, कैलेंडुला, हालिहाक जैसे नए पौधे लगाकर बागवानी कर दी थी। आसपास इलाकों के काफी पर्यटक यहां आकर प्रकृति का आनंद लेते हैं। वहीं जलाशय और बागवानी के निकट बैठकर खूबसूरत लम्हों को कैमरे में कैद करते हैं। डीडीए ने असिता ईस्ट में भगवान बुद्ध और सूर्य के दो नए प्रतिरूप स्थापित कर सुंदरीकरण किया है। भगवान सूर्य की मूर्ति ओडिशा के कोणार्क मंदिर में सूर्य भगवान से हूबहू मिलती है। दोनों प्रतिरूप को पद्म विभूषण से सम्मानित सुदर्शन साहू ने तैयार किया है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान राजधानी में विभिन्न जगह लगी दो दर्जन से अधिक पत्थर की कलाकृतियां साहू ने ही तैयार की थीं। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली/ ईएमएस/11/ जून /2024