इमरजेंसी सेवाओं में देरी और ढीलपोल से नाराज इंदौर (ईएमएस)। मप्र सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने गुरुवार को इंदौर में अफसरों पर भडक़ गए। क्षेत्रीय कर्मचारी राज्य बीमा की रीजनल बैठक में उन्होंने अफसरों से कहा कि क्या मजाक लगा रखा है, हम भी भारत सरकार से आए हुए हैं, हमको ज्ञान मत बताओ। अगली बार ऐसा नहीं होना चाहिए। वे यहीं नहीं रुके। पटेल ने कहा कि ऐसा डराकर चलाओगे क्या, यह सब ठीक नहीं है। बैठक का एक वीडियो सामने आया है जिसमें मंत्री अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। दरअसल, श्रमिकों को अस्पताल और डिस्पेंसरी में मिलने वाली सेवाओं में लापरवाही की शिकायत सामने आई थी। साथ ही निर्माण में देरी का मामला भी उठा तो अफसरों की दलील पर मंत्री पटेल नाराज हो गए। मंत्री पटेल की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि निर्माण की गुणवत्ता के साथ श्रमिकों को इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं में कोताही की बात उठी। इस पर उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि ऐसे मामलों में तत्काल एक्शन लें। कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए अस्पताल और डिस्पेंसरीज चिह्नित करने में यह ध्यान रखें कि शहर के पास हो ताकि सेवाएं ठीक से मिले। तीन स्थानों पर अस्पतालों की मंजूरी मंत्री पटेल ने बताया कि गुरुवार को राज्य कर्मचारी बीमा निगम की क्षेत्रीय समिति की बैठक में जबलपुर और मंडीदीप में 100-100 बिस्तर, सतना में 30 बिस्तर के अस्पताल खोलने का निर्णय लिया है। दोनों जिलों में ज़मीन चिह्नित कर ली गई हैं। साथ ही नागदा में 100 बिस्तर के अस्पताल का अधिग्रहण किया जाएगा।