अभ्युदय मप्र ग्रोथ समिट: मप्र को 2 लाख करोड़ की सौगात, 1.93 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार मंच से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सूबे के मुखिया की कार्यशैली को सराहा, कहा... ग्वालियर (ईएमएस) । पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर ग्वालियर में अटल संकल्प, उज्ज्वल मध्यप्रदेश के विजन को नई गति मिली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरूवार को ग्वालियर में आयोजित अभ्युदय मप्र ग्रोथ समिट में मप्र के विकास के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। गृह मंत्री द्वारा दी गई इस ऐतिहासिक सौगात से प्रदेश में लगभग 1 लाख 93 हजार नए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। यह निवेश न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता के द्वार भी खोलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ग्वालियर की धरती से मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व पर बड़ी मुहर लगा दी। वहीं मंच से शाह ने न केवल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के योगदान को सराहा, बल्कि सूबे के मौजूदा मुखिया मोहन यादव की कार्यशैली को अधिक ऊर्जावान बताया। अमित शाह ने कहा कि किसी जमाने में दिग्विजय सिंह का शासन था, मप्र बीमारू राज्य बनकर रह गया था। शिवराज जी ने मप्र पर से बीमारू का टैग हटाया, वह भाजपा के लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री बने। और अब मोहन यादव जी शिवराज जी से ज्यादा ऊर्जा के साथ इसको आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान रिकॉर्ड 4 बार मप्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को शानदार जीत दिलाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और विदिशा से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता। अब चौहान केंद्र की मोदी कैबिनेट में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री हैं। विकसित राज्य की ओर बढ़ रहा मप्र गृह मंत्री अमित शाह ने मंच के संबोधन में सबसे पहले, ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजा जी कहकर संबोधित किया। मंच से यह सुनकर पब्लिक ने खूब तालियां बजाई। आगे उन्होंने कहा कि ग्वालियर की धरती साधारण नहीं है। यही वह भूमि है जहां तानसेन का जन्म हुआ और ग्वालियर घराने के अनेक महान संगीतकारों ने अपनी साधना की। उन्होंने कहा कि इसी भूमि ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान नेता को देश को दिया। यहीं से निकलकर अटल जी ने संघर्ष किया और आज पूरा देश उन्हें लाड़ करता है। इसके साथ ही डॉक्टर मोहन यादव ने राज्य के निवेश के क्षेत्रीय निवेश की शुरुआत की है, वो अब आने वाले समय में अन्य राज्यों के संतुलित विकास के लिए सबसे अहम होगा। शाह ने कहा कि एक दौर में विपक्षी शासन में मप्र बीमारू प्रदेश था। शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों ने यह टैग हटाया और अब डॉ. मोहन यादव की ऊर्जा इसे विकसित राज्य बनाने की ओर ले जा रही है। घुसपैठियों को बाहर निकालने तक कोई बात नहीं शाह ने कहा कि हमने शांति के लिए कोशिशें कीं, लेकिन हमें धोखा दिया गया। अब, जब तक हर एक घुसपैठिए को भारत से बाहर नहीं निकाल दिया जाता, तब तक पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी, और कारगिल में जीत अटल जी के दौर की मजबूत लीडरशिप का सबूत है... भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं और देश की जनता की ओर से, मैं उन्हें दिल से श्रद्धांजलि देता हूं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अटल जी की जन्मभूमि ग्वालियर में कि अभ्युदय मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट का उद्घाटन किया और 2 लाख करोड़ रुपए की औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। शाह ने इस मौके पर ग्वालियर मेले का भी उद्घाटन किया और अटल संग्रहालय में किए गए नवीनीकरण कार्य को लोगों को समर्पित किया। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आयोजित इस समिट में 25 हजार लाभार्थी और हजारों उद्यमी और निवेशकों ने भाग लिया। दावा है कि इन औद्योगिक परियोजनाओं से 1.93 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने और देश को दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार के अनुसार, ग्रोथ समिट मध्य प्रदेश के विकास मॉडल को एक नए और व्यापक दृष्टिकोण के साथ पेश करेगी। यह समिट सिर्फ निवेश प्रस्तावों और औद्योगिक घोषणाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एक एकीकृत दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है जिसमें उद्योग, शहरी विकास, पर्यटन, स्टार्टअप और रोजगार एक साथ आगे बढ़ते हैं।