राज्य
13-Aug-2024
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ठाणे, (ईएमएस)। मुंबई से सटे ठाणे शहर में रिंग मेट्रो प्रोजेक्ट लाने की योजना है। रिंग मेट्रो परियोजना लागू करने की योजना एमएमआरसीएल ने बनाई है। इस रिंग मेट्रो से कनेक्टिविटी बढ़ेगी और फिलहाल इसका इस्तेमाल मेट्रो के फीडर रूट के तौर पर किया जाएगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया है. इस प्रोजेक्ट की बदौलत लोग ठाणे में घूम सकेंगे। साथ ही, यह परियोजना आगामी ठाणे मेट्रो के लिए फीडर रूट के रूप में भी उपयोगी होगी। 29 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में कुल 22 स्टेशन बनाने की योजना है और इसके लिए डीपीआर तैयार करने के लिए सलाहकार नियुक्त करने के लिए निविदा जल्द ही जारी की जाएगी। इस रिंग मेट्रो का उपयोग ठाणे के भीड़भाड़ वाले इलाके से घोड़बंदर और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के बीच एक लिंक के रूप में किया जाएगा। साथ ही इस मेट्रो का इस्तेमाल मध्य रेलवे के ठाणे रेलवे स्टेशन से ठाणे क्षेत्र तक जाने के लिए वैकल्पिक रास्ते के रूप में किया जाएगा. साथ ही, रिंग मेट्रो का उपयोग आगामी मेट्रो-4 (वडाला से कासारवडवली) और मेट्रो-5 (ठाणे से भिवंडी) के लिए फीडर रूट के रूप में किया जाएगा। इस मेट्रो की स्पीड औसतन 35 किमी होगी. शुरुआत में हर पंद्रह मिनट में एक ट्रेन रवाना करने की योजना है और प्रत्येक ट्रेन की क्षमता 1500 यात्रियों की होगी. पूरे लूप को पूरा करने में एक घंटा लगेगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 12000 करोड़ रुपये आने वाली है. इस मेट्रो के लिए कासारवडवली में कार शेड बनाने की योजना है। - कुल 22 स्टेशन इस रूट पर कुल 22 स्टेशन होंगे, 20 स्टेशन एलिवेटेड और 2 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे. स्टेशन के नाम इस प्रकार हैं - पुराना ठाणे, नया ठाणे, रायलादेवी, वागले एस्टेट सर्कल, लोकमान्य नगर बस स्टेशन, पोखरण-1, उपवन, गांधीनगर, काशीनाथ घाणेकर ऑडिटोरियम, मानपाड़ा, पाटिलपाड़ा, डोंगरीपाड़ा, विजय नगरी, वाघबिल, हीरानंदानी एस्टेट, ब्रह्मांड, आज़ादनगर बस स्टॉप, मनोरमा नगर, कोलशेत, बालकुम नाका, साकेत तथा शिवाजी चौक। स्वेता/संतोष झा- ९.४५/१३ अगस्त/२०२४/ईएमएस