ज़रा हटके
02-Sep-2024
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लंदन,(ईएमएस)। पुराने जमाने के जानवरों के अवशेषों से अनोखी जानकारी हासिल होती है। इन अवशेषों को साइंटिस्ट फॉसिल्स या जीवाश्म कहते हैं। इनकी खोज और अध्ययन से ही हमें डायनासोर जैसे जीव की जानकारी मिली, जिन्हें हम कभी देख नहीं पाए। कई बार कुछ फॉसिल बहुत ही चौंकाने वाले होते हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाला जीवाश्म में वैज्ञानिकों को मिला है जो प्रागैतिहासिक समुद्री गाय का शिकार दो शिकारियों ने किया था। इस जीवाश्म के अध्ययन के पता चला कि एक प्राचीन मगरमच्छ और एक टाइगर शार्क दोनों ने इस समुद्री गाय पर हमला किया था। समुद्री गाय के जीवाश्म अवशेषों से पता चलता है कि इसे पहले मगरमच्छ ने मारा और फिर टाइगर शार्क ने उसे अपना भोजन बनाया था। यह खोज वेनेजुएला के एक गांव में तब की गई जब एक स्थानीय किसान ने अधिकारियों को खेत में कुछ अजीबोगरीब चट्टानों की मौजूदगी के बारे में बताया। समुद्री गाय के कंकाल पर खास दांतों के निशान मिले और यह प्रारंभिक से मध्य मियोसीन युग (2.3 करोड़ से 1.16 करोड़ साल के बीच) के दौरान एक जानवर पर दो शिकारियों के हमला किए जाने का एक दुर्लभ उदाहरण है। अध्ययन में जर्नल ऑफ वर्टेब्रेट पेलियोन्टोलॉजी में प्रकाशित हुआ जिसमें समुद्री गाय के मुंह के आगे के हिस्से पर दांतों के निशान मिले हैं इससे पता चलता है कि मगरमच्छ ने पहले उसके चेहरे को पकड़ा और उसका दम घोंटने तक कोशिश की। इसके बाद उसने गाय पर और चीरे लगाए। मगरमच्छ ने अपने शिकार को घसीटा और उसे मौत के मुंह में डाल दिया। गाय के कंकाल पर कई काटने के निशान के साथ-साथ टाइगर शार्क का दांत भी पाया गया है। ये शार्क भोजन की तलाश में जाने जाते हैं और इन्हें समुद्र का कूड़ादान कहा जाता है। समुद्री गाय पर मिले सबूत बताते हैं कि वे लाखों साल पहले भी आलसी शिकारी थे। सिराज/ईएमएस 02 सितंबर 2024