-शिया समूहों में बढ़ा आक्रोश, अमेरिका ने इजराइल को चेताया वाशिंगटन,(ईएमएस)। ईरान से 200 मिसाइलों का बदला लेने को इजराइल बेताब है। ईरान पर कब और किधर से इजराइल हमला कर दे, यह कोई नहीं जानता। इस बीच खुलासा हुआ है, जिसके बाद अमेरिका के भी कान खड़े हो गए। आनन-फानन में अमेरिका ने इजराइल को खबरदार किया है। दरअसल इजराइल की हिट लिस्ट में ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई नहीं, बल्कि वह शख्स है, जिसकी उम्र 94 साल है। वह शख्स कोई और नहीं, शिया धर्मगुरु अयातुल्लाह अली सिस्तानी हैं। जैसे ही इजरायली टीवी पर हिट लिस्ट में खामेनेई की जगह 94 साल के शिया धर्मगुरु अयातुल्लाह अली सिस्तानी का नाम दिखा, अमेरिका ने तुरंत खबरदार किया है। इराक में अमेरिका की राजदूत अलीना रोमानोव्स्की ने इजराइल के चैनल 14 पर शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला अली अल-सिस्तानी को एक हिट लिस्ट में दिखाए जाने की निंदा की है। अमेरिका ने मुस्लिम धर्मगुरु की तारीफ की और उन्हें एक शांतिपूर्ण क्षेत्र को बढ़ावा देने वाला शख्स बताया है। इतना ही नहीं, अमेरिका ने सिस्तानी के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है। इजराइली टीवी पर अल-सिस्तानी को सबसे बड़े हिट लिस्ट के रूप में दिखाया जा रहा था। प्रसारण को देखकर मध्य पूर्व में, खासकर शिया समूहों में आक्रोश बढ़ रहा है। अमेरिकी राजदूत रोमानोव्स्की ने पोस्ट में बिना इजरायली प्रसारण का जिक्र करते हुए कहा कि ग्रैंड अयातुल्ला सिस्तानी अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक प्रसिद्ध और सम्मानित धार्मिक नेता हैं। वह एक शांतिपूर्ण क्षेत्र को बढ़ावा देने में एक अहम और प्रभावशाली आवाज है। हम ग्रैंड अयातुल्ला सिस्तानी को निशाना बनाने के किसी भी सुझाव को अस्वीकार करते हैं। अमेरिका क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा। बता दें इजराइल के एक टीवी चैनल ने हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ नई कासिम और हमास नेता याह्या सिनवार समेत इजराइल के टॉप दुश्मनों की तस्वीरों दिखाई थी। उन तस्वीरों में शिया मुस्लिम गुरु अल-सिस्तानी की भी तस्वीर थी। उनके सिर पर लाल क्रॉसहेयर लगा दिखाया था। इसे देखते ही शिया समुदाय के लोग भड़क उठे। इस सूची में खामनेई का नाम था ही नहीं। जब अमेरिका की इस पर नजर गई तो वह भी इजराइल से नाराज हो गया। उसने तुरंत इजराइल को कहा कि शिया मुस्लिम धर्मगुरु को हिट लिस्ट में रखना गलत है। शिया मुस्लिम गुरु अल-सिस्तानी 94 साल के हैं। वह ईरानी मूल के इराकी स्कॉलर हैं। अल-सिस्तानी को शिया मुसलमानों में सर्वोच्च धार्मिक नेताओं में से हैं। वह बगदाद के दक्षिण में नजफ में रहते हैं। वह सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं देते हैं। उनकी तस्वीरों में से एक 2021 में पोप फ्रांसिस के साथ मुलाकात की है। सिराज/ईएमएस 12 अक्टूबर24