नर्मदापुरम (ईएमएम)। नर्मदापुरम संभागायुक्त श्री के.जी. तिवारी ने बुधवार को विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। संभागायुक्त ने प्रथम सत्र में खाद एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, आबकारी विभाग, जिला परिवहन विभाग, जिला खनिज विभाग, जिला पंजीयन एवं स्टांप विभाग, वाणिज्य कर विभाग, नापतोल विभाग तथा द्वितीय सत्र में जिला पेंशन कार्यालय, स्कूल शिक्षा विभाग, अनुसूचित जाति जनजाति, अंत्य व्यवसायी विकास निगम, आदिवासी वित्त विकास निगम, उच्च शिक्षा विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग तथा जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं मैं हुई प्रगति की समीक्षा की। संभागायुक्त ने आबकारी विभाग की समीक्षा करते हुए सभी जिला आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिले में अवैध शराब की बिक्री पर प्रभावशील कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। कहीं भी अवैध शराब का भंडारण या अवैध परिवहन होता पाया जाए तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। संभागायुक्त ने कहा कि नर्मदा नदी के किनारे एवं आसपास शराब की बिक्री ना हो। नर्मदापुरम ड्राई क्षेत्र है तो उसे ड्राई ही रहने दे। संभागायुक्त ने कहां की ड्राई क्षेत्र में जो गतिविधियां चल रही है उस पर जिला आबकारी अधिकारी लगातार एक्शन ले। खनिज विभाग की समीक्षा करते संभागायुक्त ने निर्देश दिए की सभी जिला खनिज अधिकारी खनिजों के अवैध उत्खनन, भंडारण एवं परिवहन पर सख्त कार्रवाई करें। जिला खनिज अधिकारी रेत के ओवरलोड डंपरों पर भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें और फील्ड में लगातार सक्रिय रहे। संभागायुक्त ने सभी जिला परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के ड्राइविंग लाइसेंस प्राथमिकता से बनाना सुनिश्चित करें। इसके लिए परीक्षाओं से पूर्व ही महाविद्यालय में कैंप लगाकर ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाएं। संभागायुक्त ने कहा कि ओवरलोड यात्री एवं स्कूली बसों पर भी प्रभावी कार्रवाई की जाए। वाणिज्य कर विभाग की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त ने निर्देश दिए की सभी सर्कल में वाणिज्य कर विभाग कैंप लगाकर छोटे दुकानदारों को कर देने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जो बड़े व्यापारी टैक्स नहीं दे रहे हैं उनकी भी एक वर्कशाप आयोजित कर उन्हें टैक्स देने के लिए समझाएं दी जाए। उन्होंने सभी वाणिज्य कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह फील्ड में जाकर दुकान दारों से भी संपर्क करें और उन्हें टैक्स देने के लिए प्रेरित करें। बताया गया कि इस वर्ष सभी सर्कल में राजस्व ग्रोथ 2% बढ़ी है। रिकवरी भी नियमित रूप से हो रही है। संभागायुक्त ने बैठक में जिला आपूर्ति नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह राशन आपके ग्राम वितरण योजना की सतत मॉनिटरिंग करें। जिन गांवों में राशन की गाड़ी नहीं पहुंच पा रही हैं। वहां पर की गई वैकल्पिक व्यवस्था का भी जायजा लेते रहें। पहुंच विहीन गांव में राशन देने की स्थाई व्यवस्था बनाएं और इसका एक निश्चित उपाय करके गांव में राशन पहुंचना सुनिश्चित करें। संभागायुक्त ने उज्ज्वला योजना की भी समीक्षा की। बताया गया कि पोर्टल बंद होने के कारण नए आवेदन नहीं लिए जा रहे हैं। बैठक में जिला पंजीयन ने संभाग आयुक्त को बताया कि इस माह 1615 रजिस्ट्री हुई है तथा अप्रैल माह से अब तक 10,772 रजिस्ट्री की गई है। संभागायुक्त ने जिला नापतोल विभाग की समीक्षा की। नापतोल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष पूरे नर्मदापुरम संभाग का एक करोड़ 26 लाख रुपए का राजस्व लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। संभागायुक्त ने नापतोल अधिकारियों को निर्देश दिए की कर्मचारी या अधिकारियों की लापरवाही से कोई भी नापतोल के प्रकरण ज्यादा समय तक लंबित न रहे। जो भी प्रकरण बनाए जाते हैं उनका शीघ्र ही निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि नापतोल विभाग ग्राहकों को जागरूक करने के लिए जो शिविर आयोजित करते हैं उस शिविर का पर्याप्त प्रचार प्रसार भी किया जाए। ताकि आम जनता को भी अपनी ग्राहक अधिकार पता चल सके। संभागायुक्त ने जिला पेंशन अधिकारी को निर्देश दिए कि वे अगली बैठक में एनपीएस के प्रकरण भी सामने लाएं। बताया गया की नर्मदापुरम में 8 पेंशन के प्रकरण विभिन्न कारणों से लंबित हैं। संभागायुक्त ने निर्देश दिए की पेंशन के पुराने से पुराने प्रकरण का समाधान कर संबंधित कर्मचारियों को पेंशन देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि तीनों जिलों के जिला कोषालय अधिकारी डेट आफ रिटायरमेंट एवं अन्य त्रुटियां समय रहते ही सुधारे। संभागायुक्त ने 2005 के एक लंबित पेंशन प्रकरण पर सभी त्रुटियां दूर कर संबंधित कर्मचारी की पेंशन चालू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहां के लंबित पेंशन प्रकरण कलेक्टर की समय सीमा की बैठक में अनिवार्य रूप से रखी जाए, ताकि इसकी नियमित समीक्षा होती रहे। स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग अपने कर्मचारी या शिक्षकों की विभागीय जांच को अनावश्यक रूप से लंबे समय तक ना खींचे। बल्कि समय सीमा में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। संभागायुक्त ने समेकित छात्रवृत्ति, पाठ्यपुस्तक वितरण, साइकिल वितरण योजना की समीक्षा की। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण ने बताया कि पाठ्य पुस्तक का वितरण लगभग पूर्ण कर लिया गया है। साइकिल वितरण करने से पूर्व सभी पात्र विद्यार्थियों का वेरिफिकेशन भी कर लिया गया है। शीघ्र ही साइकिलों का वितरण कर दिया जाएगा। संभागायुक्त ने निर्देश दिए की समयमान वेतनमान सभी विभागों में पात्र कर्मचारियों को प्राथमिकता से दिया गया है। लेकिन अभी भी यह सुनने में आ रहा है कि कुछ संकुल प्राचार्य की वजह से शिक्षकों को समय मान वेतनमान का भुगतान नहीं हो पा रहा है। संभागायुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए संयुक्त संचालक लोक शिक्षण को निर्देश दिए कि वह सभी संकुल प्राचार्य की बैठक लेकर उन्हें निर्देश दें कि समय मान वेतनमान का भुगतान भी प्राचार्य गण प्राथमिकता से करना सुनिश्चित करें। संभागायुक्त ने कहा कि यदि संकुल प्राचार्य इस काम में लापरवाही बरत रहे हैं तो ऐसे संकुल प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव उन्हें प्रेषित किया जाए। जनजाति कार्य विभाग की छात्रवृत्ति की समीक्षा के दौरान संभागायुक्त ने निर्देश दिए की अंतर जातिय विवाह प्रोत्साहन योजना में हितग्राही को तत्परता से भुगतान किया जाए वहीं उन्होंने बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना एवं टंट्या मामा स्वरोजगार योजना में पात्र युवाओं को स्व रोजगार के लिए ऋण स्वीकृत करने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने धरती आबा जनजाति योजना के अंतर्गत ग्राम विकास की योजना की समीक्षा करते हुए कहां की 18 विभाग की 25 गतिविधियां चिन्हित ग्रामों में की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारी एक कार्य योजना बना लें। संभागायुक्त ने उच्च शिक्षा विभाग की छात्रवृत्ति की भी समीक्षा की। प्राचार्य कामिनी जैन ने बताया कि सार्थक ऐप से अटेंडेंस लिया जा रहा है। जिसकी रिकॉर्डिंग भी निकाली गई थी। जिसमें समय पर ना आने वाले शिक्षकों से पनिशमेंट के नाम पर एक पौधा लिया गया अब समय पर ना आने वाले शिक्षक समय पर महाविद्यालय आ रहे हैं। संभागीय समीक्षा बैठक में उपायुक्त राजस्व श्री गणेश जायसवाल, संयुक्त आयुक्त विकास श्री जी सी दोहर सहित संभागीय अधिकारी गण उपस्थित रहे। ईएमएस / 27, नवम्बर, 2024