राज्य
01-Feb-2025
...


:: महावीर नगर ग्राउंड पर होने वाले विधान का हाईटेक इंतजाम ; 80 से अधिक कैमरे करेंगे निगरानी :: :: 15 राज्यों के जैन धर्मावलंबी बनेंगे विधान के साक्षी :: :: श्रावक-श्राविकाओं को आयोजन स्थल पर लाने व ले जाने के लिए ई-रिक्शा की रहेगी व्यवस्था :: :: आयोजन स्थल को छोड़कर चार अन्य स्थानों पर रहेगी पार्किंग व्यवस्था :: इन्दौर (ईएमएस)। तिलक नगर स्थित महावीर नगर ग्राउंड पर 2 से 9 फरवरी तक आयोजित होने वाले श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। शनिवार को आयोजन स्थल पर विधान की निगरानी हेतु 80 से अधिक कैमरे भी लगाए गए हैं। शहर में पहली बार हो रहे इस महामंडल विधान में 15 राज्यों के जैन धर्मावलंबी शामिल होंगे। कल्पद्रुम महामंडल विधान आयोजन के पूर्व गोयल नगर जिनालय से भव्य घटयात्रा व शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें 140 दिगंबर व श्वेताम्बर जिनालयों के पदाधिकारियों सहित पांच हजार से अधिक समाज बंधु शामिल होंगे। शनिवार को महोत्सव समिति ने जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर उन्हें भी इस आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण दिया हैं। विधान में दो हजार से अधिक इंद्र-इंद्राणी मुनिश्री विनम्र सागर महाराज के सान्निध्य एवं विधानाचार्य के निर्देशन में विधान की सभी विधियां संपन्न करेंगे। दयोदय फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट एवं कल्पद्रूम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत, अध्यक्ष राहुल जैन (स्पोर्ट्स वर्ल्ड), मनीष नायक एवं मीडिया प्रभारी राजीव जैन ने बताया कि सात दिवसीय महोत्सव की शुरूआत घटयात्रा के साथ की जाएगी। सुबह 7 बजे गाजे-बाजे के साथ गोयल नगर जिनालय से मुनिश्री के सान्निध्य में भव्य शोभायात्रा निकलेगी। जिसमें हजारों की संख्या में जैन धर्मावलंबी शामिल होंगे। गोयल नगर जिनालय से प्रारंभ शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए महावीर नगर आयोजन स्थल पहुंचेगी जहां लाभार्थी परिवार द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। वहीं इसके पश्चात मुनिश्री विनम्र सागर महाराज धर्मसभा को संबोधित करेंगे। दोपहर 2 बजे श्रेष्ठ नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन होगा। जिसमें समाज सेवा के क्षेत्रों में अग्रणी रहने वाले समाजसेवियों का नागरिक अभिनंदन कर सम्मान किया जाएगा। शाम को रागिनी मक्खर व उनकी टीम द्वारा कथक की विशेष प्रस्तुतियां दी जाएगी। सोमवार 3 फरवरी को विधानाचार्य ब्रह्मचारी अनिल भैया, डॉ. अभिषेक जैन एवं डॉ. आशीष जैन के निर्देशन में प्रात: 6 बजे कलश व शांति धारा, प्रात: 7 बजे विधान प्रारंभ, प्रात: 9 बजे मंगल प्रवचन, सुबह 10.30 बजे मुनिश्री की आहार चर्या, दोपहर 3 बजे तत्वचर्चा कक्षा, सांय 6 बजे आचार्य भक्ति व शंका समाधान का कार्यक्रम आयोजित होगा। रात्रि 7.30 बजे समस्त समवशरण में विराजित श्रीजी की महाआरती उदयपुर बैंड़ द्वारा की जाएगी। रात्रि 8.15 बजे प्रवचन एवं 9 से 10 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां महिलाओं व युवतियों द्वारा दी जाएगी। मंगलवार 4 फरवरी कल्पद्रुम महामंडल विधान की सभी विधियां सुबह के सत्र में होगी। इसी के साथ एक शाम युगशिरोमणी के नाम कार्यक्रम का होगा। जिसमें भजन, नृत्य प्रतियोगिता होगी। कार्यक्रम में बालीवुड़ सिंगर्स अपनी विशेष प्रस्तुतियां देंगे। बुधवार 5 फरवरी को प्रात: 6 बजे कलश व शांति धारा, प्रात: 7 बजे विधान प्रारंभ, प्रात: 9 बजे मंगल प्रवचन, सुबह 10.30 बजे मुनिश्री की आहार चर्या, दोपहर 3 बजे तत्वचर्चा कक्षा, सांय 6 बजे आचार्य भक्ति व शंका समाधान का कार्यक्रम आयोजित होगा। रात्रि 7.30 बजे समस्त समवशरण में विराजित श्रीजी की महाआरती उदयपुर बैंड़ द्वारा की जाएगी। रात्रि 8.15 बजे प्रवचन एवं 9 से 10 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां महिलाओं व युवतियों द्वारा दी जाएगी। गुरूवार 6 फरवरी को आचार्य विद्यासागर महाराज का समाधि दिवस मनाया जाएगा। जिसमें प्रात: 7 बजे आचार्य छत्तीसी विधान, 8.30 बजे आचार्यश्री की विशेष प्रस्तुतियों के माध्यम से महापूजन एवं समाधि काल का मंचन कलाकारों द्वारा किया जाएगा। दोपहर 2.30 बजे समस्त साधु भगवतों द्वारा विनयांजलि सभा होगी एवं रात्रि 8.30 बजे आचार्यश्री के जीवन पर आधारित लेजर शो किया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में समाज बंधु उपस्थित रहेंगे। शुक्रवार 7 फरवरी को कलश व शांति धारा, विधान, मंगल प्रवचन, के साथ ही शंका समाधान शिविर का आयोजन होगा। जिसमें सभी श्रावक-श्राविकाओं की जिज्ञासाओं का समाधान होगा। रात्रि 8.30 बजे से आचार्यश्री विद्यासागर महाराज की गौरव गाथा एवं त्रिशाला माता मंडल सिलवानी की टीम द्वारा विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। सात दिवसीय महोत्सव का समापन शनिवार 8 नवंबर को होगा। जिसमें आयोजन स्थल से चक्रवर्ती की भव्य दिग्विजय यात्रा ऐरावत हाथी पर निकाली जाएगी। जिसमें सौधर्म इंद्र, चक्रवर्ती इंद्र एवं कुबेर इंद्र मुख्य पात्रों के साथ ही इंद्र-इंद्राणी बग्घियों में संवार होगें। :: 500 लोगों को सौंपी जिम्मेदारी, चार स्थानों पर की पार्किंग की व्यवस्था :: शहर में पहली बार हो रहे इस ऐतिहासिक महोत्सव की तैयारियों के लिए अलग-अलग समितियों का गठन किया गया है। जिसमें युवाओं के साथ-साथ महिलाओं, युवतियां, पुरूष व युवाओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। 500 से अधिक युवा इस विधान की कमान संभालेंगे। कार्यक्रम स्थल पर जैन धर्मावलंबियों को लाने व ले जाने हेतु 50 से अधिक ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई हैं। वहीं पार्किंग की व्यवस्था के लिए 4 स्थानों का चयन किया गया है। इन्दौर में रहने वाले श्रावक-श्राविकाएं तिलक नगर ग्राउंड, वंदना नगर ग्राउंड, महावीर नगर ग्राउंड पर अपने वाहन पार्क कर सकेंगे। जैन धर्मावलंबियों की सुविधा हेतु स्थाई शौचालय का निर्माण भी आयोजन स्थल पर ही करवाया गया है। कल्पद्रुम महामंडल विधान में राजकुमार पाटौदी, विमल अजमेरा, दिलीप पाटनी, अजय जैन, सुरेश बडज़ात्या, सौरव जैन, प्रिंस जैन, डीके जैन, सतीश डबडेरा, सचिन जैन (उद्योगपति), मनोज बाकलीवाल, अजय जैन मिंटा, दिलीप पाटनी, विमल अजमेरा, एल.सी.जैन, अखिलेश जैन, नवीन अजमेरा, राजीव जैन, सौरव जैन, मधुर जैन, रितेश जैन, मनीष जैन सहित अन्य पदाधिकारी विधान की तैयारियों में जुटे हुए हैं। :: कल्पद्रुम महामंडल विधान के यह हैं मुख्य पात्र :: कल्पद्रूम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत व अध्यक्ष राहुल जैन ने बताया कि श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में तीन मुख्य पात्रों के चयन के साथ ही अन्य पात्रों का चयन भी मुनिश्री विनम्र सागर महाराज के सान्निध्य में किया गया। सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य अमिल-आशी जैन, भरत चक्रवर्ती इंद्र मनीष-संगीता नायक, कुबेर इंद्र निखिल-मीनल जैन, ध्वजारोहण मुकेश-डोली टोंग्या, द्रव्य पुण्र्याजक मनोज-कल्पना बाकलीवाल, मंडप उद्घाटनकर्ता मनीष-शिवानी गोधा एवं समवशरण उद्घाटनकर्ता का सौभाग्य प्रवीण-नम्रता दिवाकर परिवार को प्राप्त हुआ है। :: 108 समवशरण की रचना की, तीन मुख्य समवशरण में मुख्य पात्र करेंगे विधान की विधियां :: मुनिश्री विनम्र सागर महाराज ने बताया कि विश्व शांति व देश की समृद्धि के उद्देश्य से श्री 1008 कल्पद्रूम महामंडल विधान का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 108 समवशरण की रचना की गई है। सौधर्म इंद्र, चक्रवर्ती इंद्र एवं यज्ञनायक इंद्र यह तीन मुख्य समवशरण अलग से तैयार करवाएं गए हैं, जिसमें मुख्य लाभार्थी परिवार विधान की सभी विधियां करेंगे। इसी के साथ 24 समवशरण अलग से बने हैं जिसमें 8 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। 80 समवशरण की अलग से रचना की गई है जिसमें 6 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। महावीर नगर ग्राउंड पर 1 लाख स्के फीट में भव्य डोम बनाया गया है। जिसमें 25 हजार से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। उमेश/पीएम/01 फरवरी 2025