नई दिल्ली(ईएमएस)। भारतीय सेना अपने आधुनिक हथियारों से सुसज्जित हो रही है। सेना ने अब ज्यादा से ज्यादा ऐसे उपकरण को शामिल करने की रफ़्तार को बढ़ा दिया है जो कि कि प्लेन इलाकों, रेगिस्तान और हाई ऑल्टिट्यूड के इलाकों में रामबांण हो। इसी कड़ी में तेजी से दावा मजबूत कर रही है। पीएम मोदी के प्रस्तावित अमेरिकी दौरे में कई रक्षा सौदों पर भी चर्चा होने की संभावना जताइ जा रही है। इसमें अमेरिकी आसीवी यानी इंफेट्री कॉबेट वेहिक्ल स्ट्राइकर भी हो सकता है। भारतीय सेना के मैकेनाइज्ड इंफेंट्री में 2000 के करीब रूसी आसीवी बीएमपी-2 मौजूद है। जिसमें दो तरह के इंफेंट्री कांबेट वेहिकल है। एक ट्रैक्ड यानी की टैंक की तरह ट्रैक पर मूव करने वाले तो दूसरा व्हील्ड यानी पर टायरों वाले।अब भारतीय सेना व्हील्ड इंफेंट्री कांबेट वेहिकल को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। सेना जल्द 500 से ज्यादा इंफेंट्री कांबेट वेहिकल को नए आसीवी से बदलने की तैयारी में हैं। स्वदेशी के साथ साथ विदेशी कंपनियों ने भी अपना दावा पेश कर दिया है। अमेरीकी कंपनी जनरल डायनामिक्स लैंड सिस्टम्स आसीवी स्ट्राइकर निर्माण करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल सितंबर अक्टूबर में लद्दाख के हाई एल्टिट्यूड इलाके में सेना को इसका डेमों भी दिया गया। यह डेमो नो कॉस्ट नो कमिटमेंट के तहत अमेरिकी कंपनी ने दिया। सूत्रों की माने तो 13000 से 18000 फिट की उंचाइ पर यह डेमो हुआ। स्ट्राइकर के अलग अलग वेरिएंट है। जिसमें इंफेंट्री कैरियर, मोबाईल गन सिस्टम, मेडिकल इवैक्यूशन, फायर सपोर्ट, एंटी टैंक गाईडेड मिसाइल कैरियर और रेकॉनेन्स वेहिकल शामिल है। भारतीय सेना को एंटी टैंक गाईडेड मिसाइल कैरियर की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक लद्दाख में स्ट्रायकर के डेमो के दौरान जैवलीन एटीजीएम का भी ट्रायल कंपनी ने दिया है। स्ट्रायकर 8 व्हील ड्राइव कॉंबेट वेहिकल है। वीरेंद्र/ईएमएस 08 फरवरी 2025