-शोधकर्ताओं ने चमगादड़ों में ये नए वायरस खोजे, जो मचा सकते हैं हाहाकार नई दिल्ली,(ईएमएस)। कोरोना वायरस से मची तबाही भूल नहीं सकते। ये ऐसी महामारी थी, जिसने न लाखों लोगों की जान ले ली, बल्कि संक्रमण की वजह से मानवीय रिश्तों में भी दरार देखने को मिली। अब इस कोरोना के 22 और वायरस लाइन में हैं, जिनके निकलते ही हर तरफ हाहाकार मच जाएगा। ये खोज ऐसे समय सामने आई है जब दुनिया अभी भी कोविड-19 महामारी के नए वेरिएंट से जूझ रही है। कोविड-19 का पहला मामला 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आया था। एक बार फिर चमगादड़ों के ज़रिये ही 22 जानलेवा वायरस फिर फैल सकते हैं, जो मौत से पहले इंसान को पागल बना देंगे। चीन में शोधकर्ताओं ने चमगादड़ों में कम से कम 20 नए वायरस खोजे हैं, जिनसे पशुओं और इंसानों में भविष्य में खतरा पैदा हो सकता है। युनान प्रांत में 2017 से 2021 के बीच 142 चमगादड़ों के गुर्दे के ऊतकों से 22 वायरसों की पहचान की गई है। इनमें से दो वायरस हेंड्रा और निपाह की तरह ही हैं। रिसर्च में एक अज्ञात बैक्टीरिया और क्लोसिएला युन्नानेंसिस नाम का एक परजीवी मिला है। चमगादड़ फलों के बागों और गांवों के आसपास रह रहे थे, जिससे चमगादड़ के मूत्र के जरिए फलों को दूषित करने का खतरा है। यह इंसानों या पशुओं में बेहद आसानी से फैल सकता है। ये वायरस युनान बैट हेनिपावायरस 1 और 2, पहले अज्ञात थे और इनका जेनेटिक मटेरियल, अन्य हेनिपावायरस से 52 से 57 फीसदी मिलता है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ये वायरस फलों या पानी के जरिए इंसानों तक पहुंच सकते हैं यानि इनका संक्रमण बहुत ही आसान होगा। कोरोना की तरह सांस की गंभीर बीमारी के अलावा ये वायरस दिमाग में सूजन पैदा कर सकते हैं, जो मरीज के मस्तिष्क को डैमेज करेगा। ये वायरस चमगादड़ों के गुर्दों में पाए गए हैं और इंसानों या पशुओं में फैलने की संभावना रखते हैं। इनके कारण कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। अभी तक शोधकर्ताओं ने किसी नई महामारी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन खतरे को गंभीरता से लिया है। सिराज/ईएमएस 26 जून 2025