मुंबई, (ईएमएस)। पिछले कई वर्षों से म्हाडा मुंबई और कोंकण मंडल के नागरिकों को किफायती दर पर आवास उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। नागरिकों को ये मकान लॉटरी के माध्यम से किफायती दामों पर मिलते हैं। हालांकि, उसी म्हाडा कार्यालय की लॉबी में एक प्रदर्शनकारी महिला को एक अधिकारी पर पैसे फेंकते देखा गया। इस घटना के बाद महिला को म्हाडा कार्यालय में कार्यरत सुरक्षा गार्डों ने बाहर निकाला। आपको बता दें कि म्हाडा का मुख्यालय मुंबई के बांद्रा पूर्व के कलानगर क्षेत्र में है। इस मुख्यालय में मुंबई बोर्ड, कोंकण बोर्ड, स्लम सुधार बोर्ड और मुंबई बिल्डिंग मरम्मत और पुनर्निर्माण बोर्ड सहित विभिन्न म्हाडा कार्यालय स्थित हैं। इन कार्यालयों में प्रतिदिन दो से ढाई हजार नागरिक अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों से मिलने आते हैं। शुक्रवार, 14 फरवरी की दोपहर को एक प्रदर्शनकारी महिला दूसरी मंजिल पर स्थित एक अधिकारी के कार्यालय में आई। कार्यालय में प्रवेश करते ही महिला ने उपस्थित अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारे लगाते हुए उसने अपने पर्स से नोट अधिकारी के कार्यालय में फेंक दिए। लेकिन उस समय अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों को यह बात समझ में नहीं आई। इस बीच, चूंकि अधिकारी वहां मौजूद नहीं था, इसलिए महिला ने अपने साथ लाया हुआ पैसों का हार अधिकारी के कार्यालय के दरवाजे पर रख दिया। इस घटना के बाद म्हाडा के सुरक्षा गार्डों ने प्रदर्शनकारी महिला को हिरासत में ले लिया। इससे प्रदर्शनकारी महिला आक्रामक हो गई और धमकी दी कि अगर किसी ने उसे छुआ तो वह म्हाडा की दूसरी मंजिल से कूद जाएगी, जिससे कुछ समय के लिए हड़कंप मच गया। इसके बाद म्हाडा मुख्यालय की महिला सुरक्षा गार्डों ने महिला को समझाया और उन्हें म्हाडा कार्यालय से बाहर ले गईं। अब क्या इस घटना के पीछे कोई भ्रष्टाचार का मामला है? म्हाडा मुख्यालय में ऐसी चर्चा चल रही है। इसके अलावा, नागरिक और कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि म्हाडा प्रशासन इस मामले की जांच करे। संजय/संतोष झा- १५ फरवरी/२०२५/ईएमएस