राष्ट्रीय
19-Mar-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीवीएफसीएल), नामरूप असम के मौजूदा परिसर में 12.7 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) वार्षिक यूरिया उत्पादन क्षमता का एक नया ब्राउनफील्ड अमोनिया-यूरिया कॉम्प्लेक्स स्थापित होगा। इसकी अनुमानित कुल परियोजना लागत 10,601.40 करोड़ रुपये है तथा ऋण इक्विटी अनुपात 70:30 है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस कॉम्प्लेक्स को मंजूरी दी। नया ब्राउनफील्ड अमोनिया-यूरिया कॉम्प्लेक्स नामरूप उर्वरक संयंत्र, नई निवेश नीति, 2012 (7 अक्टूबर, 2014 को इसके संशोधनों सहित) के तहत एक संयुक्त उद्यम (जेवी) के माध्यम से स्थापित किया जाएगा। नामरूप-चतुर्थ परियोजना के चालू होने की संभावित समय-सीमा 48 महीने है। इस प्रोजेक्ट्स से देश में विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में घरेलू यूरिया उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। यह पूर्वोत्तर, बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में यूरिया उर्वरकों की बढ़ती मांग को पूरा करेगा। असम सरकार 40 प्रतिशत, ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीवीएफसीएल)11 प्रतिशत, हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) 13 प्रतिशत, नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल)- 18 प्रतिशत तथा ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) 18 प्रतिशत। उल्लेखनीय है, नामरूप-चतुर्थ इकाई की स्थापना अधिक ऊर्जा कुशल होगी। इससे क्षेत्र के लोगों के लिए अतिरिक्त प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। इसके अतिरिक्त देश में यूरिया के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। सुबोध/१९-०३-२०२५