राष्ट्रीय
20-Mar-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत ने हाल के दिनों में कश्मीर को लेकर अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया। पहले जहां भारत केवल पाकिस्तान के झूठे प्रचार का खंडन करता था, वहीं अब उसने आक्रामक रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को हर मंच पर बेनकाब करने की नीति अपना ली है। भारत अब कश्मीर पर न केवल अपने दावे को मजबूत कर रहा है, बल्कि पाकिस्तान के झूठे नैरेटिव और आतंकवाद के समर्थन को उजागर करने के लिए कूटनीतिक, सैन्य और कानूनी मोर्चे पर एक ठोस प्लान तैयार कर रहा है। पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे झूठे नैरेटिव को ध्वस्त करने और वैश्विक मंच पर उसे बेनकाब करने के लिए भारत ने कूटनीतिक मोर्चे पर कई अहम कदम उठाए हैं। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकलमैन्स के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने साफ तौर से कहा कि पाकिस्तान को कोई भी सैन्य सहायता देना क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है। भारत ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान दशकों से जम्मू-कश्मीर और अन्य इलाकों में आतंकवाद को बढ़ावा देता आया है, इसलिए कोई भी देश उसे सैन्य ताकत न दे। यह भारत की नई आक्रामक रणनीति का हिस्सा है, जहां वह केवल बयानबाजी से आगे बढ़कर वास्तविक कूटनीतिक दबाव बना रहा है। रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से बताया गया, राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दशकों से जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से लड़ रहा है। भारत सभी मित्र देशों से कहता है कि उन्हें अन्य देशों में आतंकवाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तान की सरकारी नीति के कारण उसे किसी भी तरह से हथियार नहीं देने चाहिए। भारत ने अब पाकिस्तान को गैर-कानूनी रूप से कब्जे में लिए गए कश्मीर (पीओके) को तुरंत खाली करने का सीधा संदेश दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मशहूर पॉडकास्टर लेक फ्रीडमैन के साथ इंटरव्यू के बाद पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर झूठे दावे किए थे, जिस पर भारत ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान को झूठ फैलाने के बजाय भारतीय क्षेत्र से अपना कब्जा हटाना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, ‘झूठ फैलाने के बजाय पाकिस्तान को अपने अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए।’ इससे पहले विदेश मंत्री एस। जयशंकर ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा करते हुए हुए पश्चिमी देशों के दोहरे रवैये पर सवाल उठाया था। रायसीना डायलॉग 2025 में जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने एक आक्रमण को विवाद में बदल दिया और हमलावर और पीड़ित दोनों को बराबरी पर खड़ा कर दिया। भारत की यह नई आक्रामक रणनीति साफ दिखाती है कि अब वह पाकिस्तान के झूठे प्रचार का केवल जवाब देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उसे बेनकाब करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। चाहे वह रक्षा सहयोग की बात हो, पीओके पर सख्त संदेश देना हो या फिर यूएन और पश्चिमी देशों के दोहरे रवैये पर सवाल उठाना—भारत अब किसी भी मंच पर पीछे हटने को तैयार नहीं है। पीओके को वापस लेने की दिशा में भारत का यह कड़ा रुख साफ संकेत देता है। वीरेंद्र/ईएमएस 20 मार्च 2025